सार
झारखंड के जमशेदपुर में पुलिस लाइन के फ्लेट में हुए ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने शुक्रवार को शक के आधार पर 7 लोगों को अरेस्ट किया था जिसमें आरोपी एसएसपी का ड्रायवर ही निकला। पूछताछ में उसने जुर्म करना कबूल कर लिया।
जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर जिलें की पुलिस ने गोलमुरी स्थित पुलिस लाइन में हुए तिहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। एसएसपी के चालक ने ही तीनों हत्याएं की थी। पुलिस ने आरोपी रामचंद्र सिंह जामुदा को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से घटना में प्रयुक्त लोहे का रड भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। शनिवार को जिले के एसएसपी प्रभात कुमार ने पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि 15 घंटे की भीतर इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया गया। आरक्षी चालक ने ही तीनों हत्याएं की थी। प्रेसवार्ता के दौरान सिटी एसपी के विजय शंकर, सिटी एएसपी सुधांशु जैन, डीएसपी कमल किशोर, डीएसपी सीसीआर अनिमेश गुप्ता, गोलमुरी थानेदार अरविंद कुमार आदि मौजूद थे।
किसी और से संबंध के शक में प्रेमी चालक ने की हत्या
एसएसपी ने बताया कि रामचंद्र सिंह जामुदा और महिला पुलिस कर्मी सविता हेंब्रम के बीच छह साल से जान पहचान थी। चालक महिला सिपाही के घर आना-जाना भी करता था। इसी बीच उसे शक हुआ कि सविता हेंब्रम का किसी और से संबंध है। पिछले डेढ महीनें से दोनों के बीच काफी अनबन हो रही थी। चालक सविता से बात करने वाले युवक की हत्या का प्लान बना रहा था। इसी बीच उसने सविता और उसके मां, बेटी की हत्या कर दी। फिर फ्लैट में ताला लगा चला गया। चालक सोनारी का रहने वाला है और शादीशुदा है।
19 जुलाई की रात की हत्याएं
एसएसपी ने बताया कि 19 जुलाई की रात आरक्षी चालक ने सविता हेंब्रम, उसकी मां लखिया मुर्मू और बेटी गीता की हत्या की थी। आरक्षी हमेशा महिला पुलिस कर्मी के घर आता-जाता था। 19 जुलाई की रात 10.30 बजे आरक्षी चालक सविता हेंब्रम के घर आया था। किसी और से सविता के प्रेम संबंध को लेकर ही दोनों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद आरक्षी चालक ने सविता हेंब्रम पर लोहे के रड से वार कर दिया। बीच बचाव करने बेटी आई तो उसपर भी रड से हमला किया। शोर सुन सविता की मां कमरे में आई तो उसपर भी वार किया। तीनों की मौत के बाद वह फ्लैट में ताला मार रात करीब 12 बजे चला गया। एसएसपी ने बताया कि चालक और महिला पुलिस कर्मी में 2016 से दोस्ती थी।
फ्लैट में तीनों का मिला था शव
जानकारी हो कि 21 जुलाई की रात गोलमुरी पुलिस लाइन स्थित फ्लैट में महिला पुलिस कर्मी, उनकी मां और बेटी का शव मिला था। फ्लैट में बाहर से लगा था। शक होने पर दरवाजा तोड़ पुलिस फ्लैट में घुसी तो तीनों का शव बरामद किया। इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ करने के बाद आरक्षी चालक ने अपना जुर्म कबूल लिया। जानकारी हो कि महिला पुलिस कर्मी के पति की मौत नक्सली हमले में हुई थी। पति की नौकरी अनुकंपा पर सविता हेंब्रम मिली थी। वह पुलिस लाइन में अपनी मां और बेटी के साथ रहती थी। इस हत्याकांड को पारिवारिक विवाद को जोड़कर भी देखा गया। लेकिन मामला प्रेम प्रसंग का निकला।