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Amazing art: जब धान की फसल लहलहाती है, तो मोनालिसा मुस्कराती है, इसके पीछे छुपा है दिलचस्प इतिहास
टोक्यो. ये अद्भुत तस्वीरें(amazing pictures) जापान के आओमोरी प्रांत(Aomori prefecture) के इनकादते (Inakadate) गांव की हैं। कहते हैं कि आर्ट की कोई लिमिट नहीं होती। जिधर दिमाग चले, उधर कुछ न कुछ गजब रचना हो जाती है। ये जो तस्वीर देख रहे हैं, इसमें मुस्कराती मोनालिसा और कोहन धान के खेत से तैयार की गई हैं। इसका मकसद किसानों को प्रोत्साहित करने और चावल प्रोडक्ट्स का बढ़ावा देना है। चावल की धान की ये कलाकृतियां(Rice paddy artworks) दो साल बाद फिर से खेतों में पूरे उत्साह से लहलहा रही हैं। कोरोनाकाल में 2 साल सबकुछ ठप रहा, लेकिन अब फिर से खेत जैसे मुस्कराने लगे हैं। हर साल धान के खेतों में अलग-अलग विषयों या विविधताओं भरी कलाकृतियां तैयार की जाती हैं। इस साल वर्ल्ड फेमस आर्टिस्ट लियोनार्डो दा विंची ( Leonardo da Vinci-1452-1519) की प्रसिद्ध कलाकृति मोना लिसा और प्रसिद्ध जापानी कलाकार सेकी कुरोदा (Seiki Kuroda-1866-1924) द्वारा कोहन (झील के किनारे) को लगभग गांव के सरकारी कार्यालय के सामने 15,000 वर्ग मीटर धान के खेत में बनाया गया है। पढ़िए कुछ और दिलचस्प बातें...
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जब हवा से फसल लहलहाती हैं, तो यूं लगता जैसे मोनालिसा बात कर रही हो। कोहन झील की लहरों सी मचलती नजर आती है। इनकादते गांव ने स्थानीय रूप से यहा उत्पादित चावल को बढ़ावा देने के लिए 1993 में वार्षिक चावल धान कला कार्यक्रम( annual rice paddy art event) शुरू किया था। इसमें प्रसिद्ध पेंटिंग या लोकप्रिय फिल्मों के दृश्य तैयार किए जाते हैं। आगे पढ़िए इससे जुड़े फैक्ट्स और देखिए कुछ पुराने Arts
Rice paddy artwork को तैयार करने खाने में उपयोग होने वालीं चावल की किस्मों के अलावा प्राचीन डेकोरेटिव किस्में शामिल की जाती हैं। जब चावल की वैरायटीज पूरी तरह से विकसित हो जाती हैं, तब ये सात रंगों में बदल जाती हैं।जैसे कि ग्रीन, व्हाइट और पर्पल। ये एक 3-डी इमेज बनाती हैं।
दुनिया में जब 2020 कोराना महामारी(novel coronavirus) फैली थी, तब इस गांव में भी वार्षिक चावल धान कला कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था। पिछले साल ऑब्जर्वेशन डेक को आगंतुकों के लिए बंद रखकर इसे कम किया गया था।
Rice paddy artwork के तहत तैयार की गईं कलाकृतियां जापानी इतिहास-संस्कृति और समाज की कहानी बयां करती हैं।
बता दें कि चावल की धान कला(Rice paddy artwork) 10 अक्टूबर से कटाई शुरू होने तक डिस्प्ले होगी। चूंकि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह से गया नहीं, इसलिए विजिटर्स की संख्या लिमिटेड करने के उद्देश्य एंट्री शुल्क लगाया गया है। एल्डल्ट्स के लिए 300 येन ($2) और प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए 100 येन है।
जापान का ये Rice paddy artwork किसानों की आय बढ़ाने का भी एक बड़ा जरिया है। साथ ही धान को प्रोत्साहित करता है।