रेप के खिलाफ डेनमार्क ने उठाया बड़ा कदम, सेक्स की सहमति के लिए लॉन्च किया ऐप
कोपेनहैगन. रेप दुनियाभर के देश के लिए एक बड़ी समस्या है। सरकार इससे निपटने के लिए तमाम बिल और सजा का प्रावधान कर चुकी है। लेकिन, फिर भी इस पर काबू नहीं पाया जा सका है। आए दिन कोई ना कोई केस सामने आते रहते हैं। ऐसे में डेनमार्क ने बढ़े रेप के केस पर काबू पाने के लिए ऐप लॉन्च किया, जिस पर कपल सेक्स के लिए अपनी सहमति (कंसेंट) दे सकते हैं। ऐप बनाने वालों के हवाले से कहा जा रहा है कि दी गई सहमति एक बार संबंध बनाने और 24 घंटे तक के लिए वैलिड रहेगा।
| Published : Feb 06 2021, 01:03 PM IST
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इसके साथ ही कहा जा रहा है कि पार्टनर जब चाहे, सहमति वापस भी ले सकता है। कुछ ही समय पहले डेनमार्क में रेप के खिलाफ नया कानून लागू किया गया है और इसी के बाद iConsent नाम के इस ऐप को लॉन्च किया गया है।
ऐप डेवलपर्स के हवाले से कहा जा रहा है कि कपल के डेटा को एनक्रिप्ट करके रखा जाएगा और जरूरत पड़ने पर सिर्फ आपराधिक मामलों में डेटा शेयर किया जाएगा। हालांकि, एक्सपर्ट्स ने संदेह जताया है कि वाकई में इस डेट का इस्तेमाल कोर्ट में किया जाएगा।
वहीं, दिसंबर में डेनमार्क की संसद ने रेप के खिलाफ नया कानून पास किया था। जनवरी से इसे लागू किया गया। नए कानून के तहत 'स्पष्ट सहमति' के बिना बनाए गए किसी भी संबंध को रेप करार दिया जा सकता है।
जबकि, पहले रेप साबित करने के लिए ये भी दिखाना पड़ता था कि महिला के साथ हिंसा की गई या फिर महिला रेप का विरोध करने में सक्षम नहीं थी।
iConsent ऐप के डेवलपर्स के हवाले से कहा जा रहा है कि ऐप कपल को अपनी सहमति को डॉक्यूमेंट करने का मौका देता है। पार्टनर इस ऐप के तहत कंसेंट दे सकते हैं और रिक्वेंस्ट भी कर सकते हैं।
साथ ही डेवलपर्स का ये भी कहना है कि सिर्फ ऐप में कंसेंट देने से काम नहीं चलेगा, बल्कि सेक्स से पहले, दौरान और बाद में भी सहमति लेनी चाहिए।
ऐप में कपल को सेक्शुअल हेल्थ को लेकर सलाह, पीड़ितों के मदद के लिए ग्रुप से जुड़ने, जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं। डेनमार्क में सालभर में करीब 11,400 महिलाओं के साथ रेप या रेप की कोशिश होती है।