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वर्ल्ड टूर पर है हमारा बजाज, दुल्हन से सजे 2000 मॉडल चेतक को देखकर अबू धाबी के लोग जैसे फिदा हो गए
वर्ल्ड न्यूज. 1989 में बजाज कंपनी ने अपने पॉपुलर स्कूटर को लेकर एक स्लोगन -'हमारा कल; हमारा आज; बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर-हमारा बजाज' तैयार किया था। बेशक अब इस स्कूटर की मैन्युफैक्चरिंग बंद हो चुकी है, लेकिन यह स्कूटर अब ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो चुका है। बजाज कंपनी का यह चेतक स्कूटर इन दिनों भारत से लेकर अरब देश तक चर्चा का विषय बना हुआ है। ये हैं केरल के रहने वाले बचपन के दोस्त(childhood friends) इब्राहिम बिलाल और मोहम्मद अफजल हक, जो अपने 2000 मॉडल बजाज चेतक पर 7 देशों की यात्रा पर निकले हैं। जब ये पिछले हफ्ते UAE की कैपिटल अबू धाबी पहुंचे, तो उनका दुल्हन की तरह सजा स्कूटर देखकर लोग मुग्ध हो उठे। इब्राहिम और अफजल भारत के 11 राज्यों की यात्रा पूरी करके पिछले हफ्ते यूनाइटेड अरब अमीरात(UAE) की राजधानी आबू धाबी पहुंचे थे।
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दोनों दोस्त पिछले साल यानी 2021 के अंत में चेतक बजाज को लेकर दुनिया की सैर पर निकले हैं। ये अब ओमान, सऊदी अरब, कतर, कुवैत और जॉर्डन जाएंगे। इनके बारे में एबी टेक वाइब(AB Tech Vibe) यूट्यूब चैनल के जरिये जाना जा सकता है। इस 'ट्रैवल बग' के बारे में बताते हुए दोनों दोस्तों ने कहा कि साढ़े तीन महीने में पूरे भारत में 11 राज्यों की यात्रा पूरी करने के बाद लगभग एक सप्ताह पहले संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे। अमीरात भारत के बाहर उनका पहला कदम रहा।
केरल के कासरगोड के मूल निवासी 21 और 22 वर्ष के इन युवाओं ने अबू धाबी में खलीज टाइम्स को बताया-"स्कूटर पर यात्रा करना कोई आसान उपलब्धि नहीं है। लेकिन हम कुछ अनोखा करना चाहते थे।" इब्राहिम और अफजल की इस यात्रा को जियोकैचिंग वेबसाइट(geocaching website) के जरिये ट्रैक किया जा रहा है। यह ग्लोबल पॉजिशनिंग सिस्टम रिसीवर या मोबाइल डिवाइस और नेविगशनल टेक्निक के जरिये(इन्हें जियोकैश या कैश-geocaches or caches भी कहते हैं) ट्रैक किया जाता है। इसे ट्रैवल बग कहते हैं।
दोनों दोस्त व्लॉगर्स(vloggers) हैं और अपनी यात्रा के वीडियो-फोटोज एबी टेक वाइब(AB Tech Vibe) YouTube और इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हैं।
चूंकि दोनों को तालिबान शासित अफगानिस्तान में यात्रा की मंजूरी नहीं मिली, लिहाजा उन्हें स्कूटर को मुंबई से दुबई 15 दिन पहले भेजना पड़ा। बाद में 5 दिन पहले वे दुबई पहुंचे। बिलाल ने कहा, "हम अपनी यात्रा सुबह 5 बजे या सुबह 6 बजे शुरू करते हैं। सुबह 10 बजे आराम के लिए रुकते हैं और शाम 5 बजे फिर से शुरू करते हैं। इस दौरान हम दोस्तों और उनके परिवार के साथ रहते हैं।"
अफजल ने कहा, "स्कूटर की अधिकतम गति 120 किमी/घंटा होने के बावजूद हम 80 किमी/घंटा ही रखते हैं।" जॉर्डन से हम स्कूटर को वापस कोच्चि, केरल भेजेंगे।" दोनों के पास अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस है और उन्होंने इन देशों की यात्रा करने के लिए आवश्यक परमिट हासिल किए हैं।