कोरोना में ना घर का-ना घाट का रहा ये शख्स, 120 दिनों से एयरपोर्ट पर फंसकर नर्क हुई जिंदगी
हटके डेस्क: कोरोना वायरस ने लोगों की जिंदगी को काफी प्रभावित किया है। इस वायरस की वजह से कई देश जहां लाशों के ढेर में बदल गए, वहीं कई लोगों की जिंदगी इसे प्रभावित हुई। कुछ लोग जहां इस वायरस के कारण बेरोजगार हो गए तो ऐसे कई लोग भी हैं, जिनका इस वायरस ने सबकुछ छीन लिया। इस वायरस ने कुछ लोगों को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। जैसा मनिला एयरपोर्ट पर रहने वाले इस शख्स के साथ हुआ। ये शख्स बीते 120 दिनों से एयरपोर्ट पर रहने को मजबूर है। कारण अपने देश लौटने के लिए हर फ्लाइट कैंसिल हो चुकी है। नतीजा ये हुआ कि शख्स एयरपोर्ट पर ही फंसा रह गया। अपनी स्थिति को लोगों के साथ शेयर करते हुए उसने मदद मांगी है। ताकि वो अपने घर जा पाए।
- FB
- TW
- Linkdin
Follow Us
)
मामला बैंकॉक से सामने आया है। यहां एक टूरिस्ट ने अपनी स्टोरी सोशल मीडिया पर शेयर की है। शख्स बीते 20 मार्च से मनिला एयरपोर्ट पर फंसा है।
शख्स की पहचान रोमन ट्रॉफीव के रूप में हुई। ये शख्स मनिला इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसा है। ये 20 मार्च को ही बैंकॉक पहुंचा था।
लेकिन इसे देश के अंदर एंट्री नहीं मिली क्यूंकि फिलीपीन्स ने उसी दिन से वीजा एंट्री पर रोक लगा दी थी। लेकिन इस शख्स की बदकिस्मती इतने तक ही नहीं रुकी।
ना तो इसे देश के अंदर एंट्री मिली ना ही ये वापस जा पाया। कारण? उसके घर ईस्टोनिया जाने के लिए सारी फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई थी।
शख्स एयरपोर्ट पर ही रहने को मजबूर है। उसने तस्वीरों में दिखाया कि कैसे वो एयरपोर्ट पर सोता है। साथ ही खाने के लिए वो वहीँ के स्टाफ्स पर निर्भर है।
उसने सबसे मदद की गुहार लगाईं है। उसे ना तो एयरपोर्ट से बाहर निकलने दिया जा है ना ही वो वापस अपने देश ही जा सकता है।
फोटोज के सामने आने के बाद कई लोगों ने मनिला सरकार से शख्स की मदद की अपील करते हुए कहा कि बेचारे को या तो देश में एंट्री दे दी जाए या उसे वापस भेज दिया जाए।
शख्स द्वारा अपनी स्टोरी शेयर करते ही लोगों को ईरानी रिफ्यूजी मेहरान करीमी की याद आ गई, जो 1988 से 2006 तक एयरपोर्ट पर फंसा रह गया था। उसकी जिंदगी पर एक फिल्म भी बन चुकी है।