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बेहद नजदीक से पीला नहीं, बैंगनी दिखाई देता है सूरज, पहली बार सामने आई आग के गोले की धधकती तस्वीरें
हटके डेस्क: सौर मंडल में कई ग्रह मौजूद हैं। साथ ही कई तारे भी स्पेस में हैं। पृथ्वी से चांद और तारों के अलावा सबसे साफ़ नजर आता है सूरज। अंतरिक्ष में सबसे बड़ा सितारा सूरज पृथ्वी से 47 मिलियन मील की दूरी पर रहने के बावजूद सबसे बड़ा है। 10 फरवरी को फ्लोरिडा से नासा ने यूरोपियन स्पेस एजेंसी सोलर ऑर्बिटर लांच किया था। इस ब्रिटिश स्पेसक्राफ्ट ने स्पेस से सूरज की अबतक की सबसे नजदीक की तस्वीर भेजी है। साथ ही मर्करी और वीनस की भी तस्वीरें भेजी गई है। कहा जा रहा है कि ये स्पेसक्राफ्ट 2021 तक सूरज के और नजदीक चला जाएगा। नासा ने स्पेस क्राफ्ट से भेजी तस्वीरों को लोगों के साथ शेयर किया है। इसमें धधकती जमीन की अमेजिंग तस्वीरें सामने आई है।
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इस तस्वीर में सफेद तीर हाल ही में देखे गए 'कैम्पफायर' में से एक की ओर इशारा करता है - सूरज की सतह सौर मंडल में कुछ ऐसे चमकती है।
सूरज नजदीक से बैंगनी दिखाई देता है। इसे इमेजर द्वारा कैप्चर किया गया। सूरज के इस गुलाबी इमेज को देखिये। ये बेहद खूबसूरत नजर आता है।
ब्रिटेन ने यूरोपीय स्पेस एजेंसी सोलर ऑर्बिटर का निर्माण किया, जो शुक्र और बुध की कक्षाओं के बीच सूर्य की सबसे नज़दीकी तस्वीरें भेज रहा है।
सौर ऑर्बिटर द्वारा ली गई आश्चर्यजनक तस्वीरें। सूरज पृथ्वी से लाखों मील दूर है लेकिन फिर भी अन्य तारों के मुकाबले ये सबसे नजदीक है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी सोलर ऑर्बिटर को 10 फरवरी को फ्लोरिडा में नासा कैनावेरल से लॉन्च किया गया था।
इस सौर ऑर्बिटर को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने डिजाइन किया था था और इसे यूके में बनाया गया था। इसने शुक्र और बुध की कक्षाओं के बीच एक नज़दीकी पास के दौरान इमेजेस को कैप्चर किया।
ब्रिटेन की अंतरिक्ष एजेंसी में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रमुख डॉ कैरोलिन हार्पर ने कहा कि वैज्ञानिकों ने सौर सतह के पार 'कैम्पफायर' की उपस्थिति से उत्साहित थे - घूमती सतह के भीतर उज्ज्वल 'डॉट्स' के रूप में देखा।
ब्रिटिश निर्मित ये स्पेसक्राफ्ट अब तक सूरज के नजदीक पहुँचने वाला पहला स्पेसक्राफ्ट है। यह नवंबर 2021 में सूर्य के सबसे करीब पहुंच जाएगा जब यह सतह से 26 मिलियन मील की दूरी से गुजरेगा।