तूफान रोकने को चढ़ाई गई मासूमों की बलि
पेरू: दुनिया में कई तरह की सभ्यताएं मौजूद थीं। कई कारणों से एक-एक कर इनका अंत हो गया। कई सभ्यताओं के बारे में आज भी नई-नई जानकारियां सामने आती रहती हैं। हाल ही में पेरू में रिसर्चर्स ने खुदाई के दौरान चिमु सभ्यता के 227 बच्चों के शव ढूंढ निकाले। भगवान को खुश करने के लिए जानवरों की बलि चढ़ाना तो आपने सुना होगा, लेकिन इस सभ्यता में बच्चों की बलि भी चढ़ाई जाती थी। ऐसा खुलासा पेरू के हुआचक में खुदाई कर रहे रिसर्चर्स ने किया है।
| Updated : Aug 28 2019, 03:19 PM
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पेरू की इस साइट में रिसर्चर्स पिछले एक साल से खुदाई कर रहे थे। यहां से इन्हें 227 बच्चों की बॉडीज मिली है। इन बच्चों की उम्र 4 से 14 साल की है। बताया जा रहा है कि उस जमाने सभ्यता के देवता को खुश करने के लिए इन बच्चों की बलि चढ़ाई गई थी।
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रिसर्चर्स के मुताबिक, इन बच्चों को उस समय खराब हो रहे मौसम को रोकने के लिए मार दिया गया था। अभी तक खुदाई के दौरान मिला ये सबसे बड़ा शमशान घाट है।
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इस ग्रेवयार्ड में मिले कुछ शवों में बाल और स्किन भी पाए गए। इन सभी शवों का मुंह समुद्र की तरफ था। जो संकेत दे रहे हैं कि उस समय खराब मौसम में समुद्र देव को शांत रखने के लिए इनकी बलि चढ़ाई गई होगी।
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इसी साल इस एरिया के आसपास कुछ और शमशान घाट मिले थे। इसमें भी एक साथ कई बॉडीज बरामद किये गए थे।
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ये सभी बच्चे चिमु सभ्यता के हैं। ये सभ्यता 1475 के बाद खत्म हो गई थी। इस सभ्यता में किसी भी तरह की मुसीबत से बचने के लिए बच्चों की बलि चढ़ा दी जाती थी।