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मुर्दाघर के फ्रीजर से मरने के 7 घंटे बाद जिंदा बाहर निकली महिला, मौत के बाद दूसरी दुनिया से लौट बताई ये बात
हटके डेस्क: इंसान की जिंदगी तब तक होती है जब तक उसकी सांसें चलती है। एक बार सांसें थमने के बाद उसका अस्तित्व खत्म हो जाता है। लेकिन इतिहास में ऐसे कई मामले सामने आते हैं, जब कुछ लोग मौत के मुंह से वापस आ जाते हैं। आपने ऐसे कई मामलों के बारे में पढ़ा होगा जब मुर्दों को जिंदा होते देखा गया। अब ऐसा ही एक ताजा मामला रूस से सामने आया। यहां 81 साल की महिला पूरे 7 घंटे बाद मुर्दाघर के फ्रीजर में बिताकर जिंदा हो गई। जैसे ही उसे लोगों ने देखा, भूत समझ बैठे। लेकिन डॉक्टरी जांच में वो जीवित पाई गई। जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल में दुबारा एडमिट करवाया गया। इस मामले ने लोगों को हैरान कर दिया है।
| Published : Aug 20 2020, 09:48 AM IST / Updated: Aug 20 2020, 01:01 PM IST
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महिला की पहचान रूस की रहने वाली 81साल की जिनैदा कोनोनोवा के रूप में हुई। उसकी मौत जिस अस्पताल में हुई, उसके कर्मचारियों को अब जिंदगी भर का सदमा लग चूका है। उन्होंने जब इस महिला को मुर्दाघर में जिंदा देखा।
महिला को पेट की समस्या थी। उसे 14 अगस्त को रूस के Gorshechensky Central District Hospital में एडमिट करवाया गया था, जहां उसकी सर्जरी की गई। लेकिन सर्जरी के दौरान उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद रात को करीब 1 बजकर 10 मिनट पर जिनैदा को अस्पताल कर्मचारी मुर्दाघर ले गए। वहां उसे फ्रीजर में डाल दिया गया। मुर्दाघर को लॉक कर वो वापस आ गए।
अगले दिन सुबह 8 बजे एक कर्मचारी जब मुर्दाघर में गया तो वहां जिनैदा फ्लोर पर पड़ी थी। उसका फ्रीजर खुला था। कर्मचारी जब उसे नजदीक से देखने गया तो उसने कर्मचारी के पैर पकड़ लिए, जिसके बाद वो डरकर चीख पड़ा।
वो चीखते हुए बाहर आया और लोगों को बताया कि मुर्दा जिंदा हो गई है। लोगों को उसकी बात पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने उसे पागल कहना शुरू कर दिया। लेकिन जब अन्य लोग मुर्दाघर गए, तो वहां महिला मदद की गुहार लगा रही थी।
तुरंत महिला को अस्पताल वापस लाया गया जहां पाया कि वो जिंदा है। इस मामले को लेकर डॉक्टर्स ने कहा कि जिनैदा क्लिनिकली मर चुकी थी। 15 मिनट तक डेड होने के बाद ही उन्होंने उसके मरने की खबर परिजनों को दी थी। लेकिन ऐसा लगता है कि वो दूसरी दुनिया से लौट आई।
बाद में मेडिकल स्टाफ्स ने कन्फेस किया कि आम तौर पर मरीज की मौत के दो घंटे बाद उसे मुर्दाघर भेजा जाता है लेकिन उन्होंने जिनैदा को 1 घंटे 20 मिनट में ही मुर्दाघर पहुंचा दिया था। अब जिंदा होने पर जिनैदा का इलाज किया जा रहा है।
जिनैदा की भांजी ने बताया कि वो दुबारा जिन्दा होने के बाद उसे पहचान नहीं पा रही हैं। ना ही उन्हें याद है कि उनकी सर्जरी हुई है। उन्हें सिर्फ अपने पुराने घुटने के दर्द के बारे में जानकारी है, जिसके बारे में वो बात कर रही है।