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कभी ट्रंप को हराने के लिए यहां के लोगों ने मांगी थी मन्नत, पूरे गांव में लगे थे इस कैंडिडेट के पोस्टर
लखनऊ (Uttar Pradesh). 24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पत्नी मेलानिया के साथ भारत दौरे पर आ रहे हैं। इसी दिन वो ताजमहल दीदार के लिए आगरा भी जाएंगे। केंद्र की मोदी से लेकर यूपी की योगी सरकार ट्रंप के स्वागत की तैयारियों में जुटी है। आज हम आपको यूपी के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां के लोगों ने कभी ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में हराने के लिए मन्नत मांगी थी।
| Published : Feb 20 2020, 08:19 PM
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राजधानी लखनऊ से करीब 60 किमी दूर जबरैली गांव है। साल 2016 में अमेरिका में हुए प्रेसिडेंशियल इलेक्शन के समय ये गांव चर्चा में आया था। जब गांव में अमेरिकी प्रेसिडेंट की रेस में शामिल हिलेरी क्लिंटन की जीत के लिए हवन-पूजन किया गया था। बता दें, उस समय हिलेरी के सामने ट्रंप उस पद के लिए सबसे स्ट्रांग कैंडिडेट थे, जिनको हराने के लिए गांव के लोगों ने मन्नतें मांगी थीं। हालांकि, उनकी मन्नत पूरी नहीं हुई।
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जबरैली गांव के लोगों का हिलेरी क्लिंटन से इस लगाव के पीछे भी कारण था। गांव में 17 जुलाई, 2014 को हिलेरी के पति और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पहुंचे थे।
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गांव के लोगों ने बताया था, जिस समय बिल क्लिंटन गांव आए थे, उस समय कुछ दिनों के लिए ही सही, लेकिन गांव की सूरत बदल गई थी। उसी तरह अगर हिलेरी क्लिंटन इलेक्शन जीतती हैं तो हो सकता है कि वे अपने भारत दौरे के दौरान गांव भी आतीं। इसीलिए वो भगवान से रोज उनकी जीत की प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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गांव के लोगों ने बताया था, बिल क्लिंटन के दौरे के दौरान गांव में थोड़ा बहुत बदलाव हुआ था। कई सरकारी बिल्डिंग पेंट की गईं। जिस खस्ताहाल सड़क से उन्हें गुजारना था, वो भी टेम्परेरी नई बन गई थी। वो गांव में करीब 4 घंटे रुके थे, लेकिन गांव के किसी आदमी को उनसे मिलने नहीं दिया गया था।
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उस समय गांव के प्रधान रहे रमेश चंद्र गाैर ने बताया था, बिल क्लिंटन के आने पर गांव में हर घर में जश्न मना था। सभी यही सोचते थे कि उनके आने से गांव में एक बड़ा बदलाव होगा, लेकिन ये सब कुछ घंटों की शोबाजी मात्र था।
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जाने कहां के बच्चे गांव के बच्चों की वेशभूषा में क्लिंटन से मिलकर चले गए। उनसे मिलने वाली महिलाओं का भी कोई पता नहीं था कि वो कहां से आईं थीं।