MalayalamNewsableKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathimynation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • ज्योतिष
  • Home
  • States
  • Uttar Pradesh
  • ताजमहल बनाने वाले मजदूरों ने जानबूझकर की थी एक गलती, जानें Taj के ये रेयर Facts

ताजमहल बनाने वाले मजदूरों ने जानबूझकर की थी एक गलती, जानें Taj के ये रेयर Facts

आगरा (Uttar Pradesh). अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पत्नी मोनलिया के साथ 24 फरवरी को ताज का दीदार करेंगे। ऐसे में ताज को चमकाने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में 368 साल में पहली बार ताज में बनी शाहजहां और मुमताज की कब्र को मडपैक ट्रीटमेंट यानी मुल्तानी मिट्टी के जरिए चमकाने की कोशिश की जा रही है। आज हम आपको ताज महल के से जुड़े कुछ रेयर और इंटरेस्ट‍िंग फैक्ट्स के बारे में बताने जा रहे हैं। यह जानकारी इतिहासकार राज किशोर राजे ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में दी थी।

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Feb 21 2020, 03:46 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
111
Asianet Image
ताज 50 कुओं के ऊपर बना है। उसका पूरा वजह इन्हीं कुओं के ऊपर टिका है।
211
Asianet Image
ये बात काफी फेमस है कि शाहजहां ने ताज बनाने वाले मजदूरों के हाथ कटवाने के आदेश दिए थे। जिससे नाराज मजदूरों ने ताज बनाने में एक कमी कर दी। ताज की छत में एक छेद कर दिया, ताकि कुछ कमी रह सके।
311
Asianet Image
दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंचा है ताज। कुतुब मीनार की लंबाई 239 फीट है। जबकि ताज की लंबाई 243.5 फीट है।
411
Asianet Image
सबसे खास बात है कि ताज का बेस एक लकड़ी है, जोकि नमी के कारण और मजबूत होती है। ताज के बगल में बहने वाली यमुना नदी इस लड़की को मजबूती देती है।
511
Asianet Image
1648 में बने ताजमहल को 22 साल में 20 हजार मजदूरों बनाकर तैयार किया। इस दौरान मजदूरों को एनर्जी देने के लिए चाशनी में पेठा डूबोकर खिलाया जाता था।
611
Asianet Image
ताज को उस समय बनाने में करीब 3.2 करोड़ रुपए खर्च हुए। वंडरलिस्ट डॉट कॉम के मुताबिक, अगर आज ताज महल बनाया जाए तो इसमें करीब 6800 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आएगी।
711
Asianet Image
ताजमहल जयपुर के महाराजा जयसिंह की जमीन पर बना है। इसके बदले शाहजहां ने महाराजा को एक महल दिया था।
811
Asianet Image
1971 में जब भारत पाक के बीच युद्ध हुआ तो ताज को हरे कपड़े से ढक दिया गया था। ताकि ताज हरियाली में खो जाए और उसे कोई नुकसान न पहुंचा सके।
911
Asianet Image
ताज को 28 तरह के पत्थर से मिलाकर बनाया गया है। ये अलग अलग देशों से मंगाए गए थे। हरिताश्म, क्रिस्टल-चीन, फीरोजा-तिब्बत, लैपिज लजूली-अफगानिस्तान, नीलम-श्रीलंका और इंद्रगोप-अरब से मंगाया गया था।
1011
Asianet Image
1942 में ताज को जर्मन-जापानी हवाई हमले से बचाने के लिए बांस-बल्लियों से सुरक्षा कवच बनाया गया था। ताकि विमानों को चकमा दिया जा सके।
1111
Asianet Image
ताज में पर्यटकों को जो कब्र दिखती है वो शाहजहां और मुमताज की असली कब्र नहीं है। असली क्रब ताज के तहखाने में मौजूद है, जिसका दरवाजा साल में सिर्फ एक बार खोला जाता है। इसके ऊपर की गई नक्काशी नकली कब्र की तुलना में बेहद साधारण है। मुमताज महल की असली कब्र पर अल्लाह के 99 नाम उकेरे गए हैं। इनमें से कुछ हैं, 'ओ नीतिवान, ओ भव्य, ओ राजसी, ओ अनुपम…'वहीं, शाहजहां की कब्र पर उकेरा गया है, 'उसने हिजरी के 1076 साल में रज्जब के महीने की छब्बीसवीं तिथि को इस संसार से नित्यता के प्रांगण की यात्रा की।'
Asianet News Hindi
About the Author
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Andriod_icon
  • IOS_icon
  • About Us
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved