- Home
- States
- Uttar Pradesh
- 'घर नहीं छोड़ सकती, इसलिए छोड़ रही हूं दुनिया', 16 पन्नों का सुसाइड नोट लिख विवाहिता ने दे दी जान
'घर नहीं छोड़ सकती, इसलिए छोड़ रही हूं दुनिया', 16 पन्नों का सुसाइड नोट लिख विवाहिता ने दे दी जान
कानपुर (Uttar Pradesh) । परिवारिक कलह से परेशान पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दिया। मृतका ने मौत को गले लगाने के पहले 16 पेज का पति के नाम सुसाइड नोट लिखा है, जिसे फेसबुक मैसेंजर से भाई और अपनी बहन को भी भेजा है, जिसमें उसने लिखा है कि पति का घर नहीं छोड़ सकती, इसलिए दुनिया छोड़ रही हूं। भगवान मेरे बच्चों को सद्बुद्धि देना और उनकी रक्षा करना। साथ ही उसमें बच्चों की चिंता और अपने बेबसी की कहानी लगी है और मौत के लिए सास और ससुर को जिम्मेदार ठहराया है।
- FB
- TW
- Linkdin
Follow Us
)
गोविन्द नगर थाना क्षेत्र के सी-ब्लॉक के रहने वाले देवांश गुप्ता दूध का कारोबार करते हैं। देवांश की शादी 2012 में दुर्गेश यादव (लड़की) से हुई थी। दोनों के तीन बच्चे भी हैं। परिवार के लोगों के मुताबिक पति-पत्नी के बीच आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद हुआ करता था।
बहू की सास-ससुर से भी किसी न किसी बात को लेकर कहासुनी चलती रहती थी। जिससे मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर दुर्गेश ने परिजनों को फेसबुक मैसेंजर पर सुसाइड नोट भेज कर आत्महत्या कर ली।
16 पेज के सुसाइड नोट में बहू ने अपने तीन बच्चों की चिंता जाहिर कर बेबसी भी बयान की है। पुलिस ने शव को से कब्जे लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेजकर जांच शुरू कर दी है।
मायके पक्ष का आरोप है कि सास और पति दुर्गेश को आए दिन प्रताड़ित करते थे। वह करीब एक सप्ताह से तनाव में थीं। खुदकुशी करने के पहले दुर्गेश ने सुसाइड नोट लिखा, जिसे फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से अपने भाई आशीष को भेजा। इसकी जानकारी शनिवार सुबह भाई को मोबाइल चेक करने पर हुई।
16 पेज के सुसाइड नोट में बहू ने अपने तीन बच्चों की चिंता जाहिर कर बेबसी भी बयान की है। पुलिस ने शव को से कब्जे लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेजकर जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी अनुराग मिश्रा ने बताया कि सुसाइड नोट में महिला ने पारिवारिक कलह के कारण खुदकुशी करने की बात लिखी है। मायका पक्ष के तहरीर देने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
दुर्गेश ने सुसाइड नोट में लिखा है कि घर नहीं छोड़ सकती, इसलिए दुनिया छोड़ रही हूं। भगवान मेरे बच्चों को सद्बुद्धि देना और उनकी रक्षा करना।
दुर्गेश ने अपनी मौत का जिम्मेदार सास और पति को ठहराया है। सुसाइड नोट में लिखा कि 2017 में सास ने मेरी गर्दन पर चाकू रखकर पति के साथ अलग रहने को मजबूर किया। इसके बाद से पति भी मुझसे नफरत करने लगे। (प्रतीकात्मक फोटो)
लगातार मुझे प्रताड़ित किया जाता रहा। पिछले पांच दिनों से मैंने कुछ नहीं खाया। पति मेरी शक्ल तक देखना नहीं चाहते थे। घर छोड़ कर चले जाने को कहते रहे। घर नहीं छोड़ सकती थी। इसलिए दुनिया छोड़ रही हूं।