MalayalamEnglishKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathi
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • KEA 2025
  • Home
  • States
  • Uttar Pradesh
  • कानपुर वाले विकास दुबे का सबसे बड़ा राज, क्या था खौफनाक गैंगस्टर का आखिरी 'कबूलनामा'

कानपुर वाले विकास दुबे का सबसे बड़ा राज, क्या था खौफनाक गैंगस्टर का आखिरी 'कबूलनामा'

कानपुर(Uttar Pradesh).  यूपी के कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के मामले की गूंज अभी तक पूरे देश में है। मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत उसके 6 गुर्गे यूपी पुलिस के एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। विकास दुबे को उज्जैन से एमपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसे यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया था। हांलाकि रास्ते में विकास दुबे ने दारोगा की पिस्टल लेकर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया और जवाबी फायरिंग में मारा गया था। एनकाउंटर में मारे जाने से पहले इस दुर्दांत अपराधी ने यूपी एसटीएफ के सामने चौंकाने वाले खुलासे किए थे। उसने बताया था कि आखिर किन परिस्थितियों में उसने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया था।
 

Asianet News Hindi | Published : Jul 13 2020, 03:24 PM
4 Min read
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
110
Asianet Image

एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि उज्जैन से गिरफ्तारी के बाद विकास दुबे को कानपुर लाया जा रहा था। इस दौरान रास्ते भर एसटीएफ की टीम उससे पूछताछ करती रही। इस दौरान विकास ने ऐसी जानकारियां दीं जो पुलिस के लिए भी हैरान करने वाली हैं।

210
Asianet Image

पुलिस ने बताया कि विकास दुबे को डर था कि सीओ देवेन्द्र मिश्रा उसका एनकाउंटर कर सकते हैं, उसे उसके पुलिस के मुखबिरों से सूचना भी यही मिली थी कि उसका एनकाउंटर किया जा सकता है। उसने बताया कि सीओ देवेन्द्र मिश्रा से काफी पुरानी दुश्मनी चली आ रही थी, एनकाउंटर के डर और सीओ से गुस्से में ये काण्ड हो गया।

310
Asianet Image

विकास ने एसटीएफ को बताया कि उसकी मंशा पुलिस कर्मियों को मरने की बिलकुल नहीं थी, वह बस उन्हें घायल कर उनके अंदर दहशत पैदा करना चाहता था। लेकिन साथियों ने नशे की हालत में अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. उस समय ये नहीं समझ में आया कि इससे कितने लोगों की मौत हो सकती है।

410
Asianet Image

विकास के मुताबिक़ उसके सभी साथी उसके मामा प्रेम प्रकाश की छत पर मौजूद थे, जबकि वह स्वयं अपने घर की छत पर था। अतुल और अमर ने काफी ज्यादा शरब पी रखी थी। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था। बस वह फायर पर फायर किए जा रहे थे।

510
Asianet Image

पुलिसवालों की तरफ से जब हमें शांति दिखी तब हम लोग नीचे आए वहां देखा कि कई पुलिसवालों की लाशें गिरी हैं। सामने सीओ देवेन्द्र मिश्रा भी गिरे थे। मैंने उनके पैर में एक गोली मारी। हम पुलिसवालों के लाशों को पेट्रोल से जलाना चाहते थे लेकिन समय कम था और भारी पुलिस बल किसी भी समय वहां पहुंच सकता था इसलिए हम वहां से भाग निकले ।

610
Asianet Image

एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक विकास ने बताया कि वो वारदात को अंजाम देने के बाद अतुल के साथ पैदल ही शिवली के लिए निकल गया। उसने गैंग के दूसरे लोगों को सुरक्षित स्थान पर भागने के लिए कहा , उसके मुताबिक व जान गया था कि इस घटना के बाद पुलिस उन्हें कुत्तों की तरह ढूंढेगी। इसलिए वह सभी लोग अलग-अलग हो गया। वहां एक करीबी के घर दो दिन बिताया।

710
Asianet Image

तीसरे दिन विकास के एक करीबी और नगर पालिका के पदाधिकारी ने सिल्वर कलर की हुंडई कार से अमर, अतुल के साथ उसे कानपुर से बाहर भेज दिया। विकास के मुताबिक वह नोएडा के रास्ते सीधे दिल्ली गया और वहां वकीलों से बात की, वकीलों ने उसे सरेंडर होने की सलाह दी और सरेंडर करवाने के एवज में 50 हजार रूपए एडवांस में मांगे।

810
Asianet Image

जिसके बाद विकास कानपुर से ले गई कार वापस भेजकर बस से फरीदाबाद में अपने एक करीबी के घर आकर रुक गया। वहां एक दिन रुकने के बाद मैं वापस दिल्ली आया और वकीलों से मुलाकात की। वहां से वह फिर फरीदाबाद आना चाहता था लेकिन इसी बीच उसके साथ ही फरीदाबाद में रहे साथी प्रभात मिश्र की गिरफ्तारी की सूचना के बाद वह वहां से जयपुर जाने वाली बस में बैठ गया।

910
Asianet Image

विकास ने एसटीएफ को बताया कि जयपुर से वह झालावाड़ गया वहां एक दिन रुकने के बाद उज्जैन आ गया। उज्जैन में ही सरेंडर करने का प्लान था, वकीलों से यही बात हुई थी कि सरेंडर के बाद वह कोर्ट में एक याचिका डाल देंगे जिससे पुलिस उसका एनकाउंटर न कर पाए। अतुल और अमर की मौत की सूचना ने विकास को अंदर से झकझोर दिया था। उज्जैन में सरेंडर करने का प्लान भी फेल हो गया और वहां विकास गिरफ्तार हो गया।

1010
Asianet Image

उज्जैन से विकास दुबे को वापस लेकर आ रही यूपी एसटीएफ की गाड़ी कानपुर के पास पलट गई। जिसके बाद दारोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायरिंग करते हुए भाग रहा गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया।

Asianet News Hindi
About the Author
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories