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मई दिवस पर CM योगी का तोहफा, लॉकडाउन 2.0 के बाद दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने की तैयारी शुरू
लखनऊ(Uttar Pradesh ). कोरोना से चल रही जंग में सीएम योगी ने प्रवासी मजदूरों को एक तोहफा दिया है । लॉकडाउन 2 के बाद सीएम योगी ने दूसरे राज्यों में फंसे यूपी के तकरीबन 10 लाख प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का फैसला लिया था। अब उसे अमल में लाने के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को जल्द आगे की कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। टीम-11 के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों व उनके परिवार को वापस लाने के लिए अन्य राज्यों की सरकार से सम्पर्क साध कर आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए हैं । प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया जा रहा है। राज्यवार जारी हेल्पलाइन नम्बर पर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को फोन कर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
| Published : May 01 2020, 11:06 AM IST / Updated: May 01 2020, 11:08 AM IST
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मुख्यमंत्री योगी ने सभी राज्यों में तैनात नोडल अफसरों से मजदूरों की वापसी चरणबद्ध तरीके से कराने के लिए रोडमैप मांगा था। इसके लिए राज्य सरकारों से भी बात की जा रही है। प्रवासी मजदूरों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी किए जा रहे हैं। हर राज्य के लिए दो अफसरों को जिम्मेदारी दी गई है।
लोगों को हेल्पलाइन नम्बर पर फोन कर अपनी डिटेल नोट करानी होगी। इसके आलावा उन लोगों की वापसी पहले की जा रही है जो लोग अलग-अलग राज्यों में क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं। उन्हें वापस लाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए क्वारंटाइन किया जाएगा।
रोजी-रोटी के सिलसिले में राज्य से बाहर गए उन लोगों जो काम धंधा बंद होने की वजह से अपनी-अपनी जगह फंसे हैं उन्हें भी वापस लाया जा रहा है। यूपी में वापसी के बाद मजदूरों की मेडिकल जांच के बाद क्वारंटाइन में रखा जाएगा। घर वापसी के बाद उनके लिए रोजगार की व्यवस्था के भी निर्देश सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए हैं।
मजदूरों को घर वापस लाने के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 15 लाख रोजगार के अवसर सृजित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री यूपी से पलायन को रोकने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। यूपी पहला राज्य है जो इस तरह का बड़ा फैसला ले रहा है।
लाखों की संख्या में अलग-अलग राज्यों से मजदूरों को लाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी। इस समय देश में रोड और रेल सेवाएं भी स्थगित हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अलग-अलग जिलों में तैनात नोडल अफसरों से वहां की सरकार से बात कर यूपी के बॉर्डर तक छोड़ने की व्यवस्था कराने की बात कही है।
प्रदेश की सीमा से यूपी रोडवेज की बस से मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। सरकार के लिए ये एक बड़ी चुनौती है। इसलिए अधिकारियों को रोडमैप तैयार करने को कहा गया है। जो भी कार्य योजना बनेगी उसी अनुसार सभी को लाया जाएगा।