शिंजो आबे को भारतीयों ने सोशल मीडिया पर दी अनोखी श्रद्धांजलि, ट्रेंड हुआ- RIP SIR
नई दिल्ली। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की शुक्रवार, 8 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे जापान के नारा सिटी में एक चुनाव प्रचार अभियान में थे, जब 41 साल के हत्यारे ने पीछे से गोलियां दाग कर उनकी जान ले ली। सुरक्षाकर्मियों का दावा था कि 67 साल के शिंजो आबे की धड़कन घटनास्थल पर ही बंद हो गई थी। फिर भी एक उम्मीद रखते हुए उन्हें एयरलिफ्ट कर अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 21 सितंबर 1954 को टोक्यो के शिंजुकु शहर में जन्मे शिंजो आबे जापान के लोकप्रिय नेता तो थे ही, दुनियाभर में उनकी छवि अच्छी शख्सियत के तौर पर थी। भारत के वे अच्छे दोस्त माने जाते थे। ऐसे में भारतीय भी उनकी मौत से दुखी हैं और देशभर में उन्हें अपने-अपने तरह से श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स उन्हें अनोखे अंदाज में याद कर रहे हैं। उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। आइए फोटो के जरिए देखें शिंजो आबे जब-जब भारत आए थे।
| Published : Jul 09 2022, 12:24 PM IST
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शिंजो आबे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दोस्त थे। वे जब भी और जहां भी मिलते, दोनों की केमेस्ट्री देखने लायक होती।
ओडिशा में कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत पर जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को कुछ यूं श्रद्धांजलि दी।
वाराणसी में युवाओंं ने गंगा किनारे दीप जलाकर शिंजो आबे को याद किया और दीपों से नमन लिखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
शिंजो आबे जापान के प्रभावशाली राजनीतक परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके दादा और पिता दोनों ही राजनीति के माहिर खिलाड़ी रहे।
शिंजो आबे भी जापान के लोकप्रिय नेता रहे। वे दो बार प्रधानमंत्री बने और जापान में सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाले नेता बने।
शिंजो आबे को अल्सरेटिव कोलाइटिस नाम की घातक बीमारी थी और इस वजह से ही उन्होंने दो बार प्रधानमंत्री का पद छोड़ा।
शिंजो आबे ने बीमारी की वजह से वर्ष 2007 में और फिर वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया। वे नहीं चाहते थे कि बीमारी की वजह से कामकाज प्रभावित हो।
शिंजो आबे को मारने वाले हत्यारे ने बताया कि वह उनसे असंतुष्ट था। मगर इस बात का खुलासा नहीं किया कि किस बात से असंतुष्ट था।
हत्यारे ने कहा कि उसे शिंजो आबे की राजनीतिक नीतियों और कार्यों से कोई दिक्कत नहीं थी। वह लंबे समय से उन्हें मारने की प्लानिंग कर रहा था।
शिंजो आबे को मारने वाला हत्यारा उनकी सभा में पत्रकार बनकर गया था। उसने आबे को मारने के लिए गन और गोली खुद बनाई थी।