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कोरोना: सबसे ज्यादा 300 दिनों तक संक्रमित व्यक्ति, 42 PCR टेस्ट हुए, पत्नी ने 4 बार अंतिम संस्कार की तैयारी की
ब्रिस्टल. इंग्लैंड के एवन नदी के किनारे बसा ब्रिस्टल शहर कोरोना महामारी में एक केस को लेकर चर्चा में है। आमतौर में कोरोना संक्रमित व्यक्ति 15 दिन में ठीक हो जाते हैं, लेकिन ब्रिस्टल में एक ऐसा व्यक्ति मिला है, जो 10 महीने तक संक्रमित था। 72 साल के डेव स्मिथ से जानते हैं कि करीब 300 दिनों तक कोरोना संक्रमित रहने के दौरान उनके क्या अनुभव रहे?
| Published : Jun 24 2021, 01:11 PM IST / Updated: Jun 24 2021, 01:12 PM IST
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साल 2020 में यूके में कोरोना महामारी की शुरुआत में औरों की तरह ही डेव स्मिथ भी संक्रमित हुए थे। हालांकि अधिकतर लोग करीब दो हफ्तों में संक्रमण से ठीक हो गए। लेकिन स्मिथ का अनुभव इससे बहुत अलग था। वे करीब 290 दिनों से अधिक या कहां लगभग 10 महीनों तक संक्रमण थे। इसे अब तक का सबसे लंबा संक्रमण काल कहा जा रहा है।
स्मिथ ने 42 पॉजिटिव PCR टेस्ट कराए
संक्रमित रहने के दौरान स्मिथ ने करीब 42 कोरोना पॉजिटिव PCR टेस्ट कराए। स्मिथ पेशे से ड्राइविंग इन्स्ट्रक्टर थे। डोनाल्ड ट्रम्प की तरह ही उन्होंने भी एंटीबॉडी कॉकटेल लिया था। इसमें दो एंटीबॉडी कासिरिविमैब और इमदेविमाब होते हैं, जो नई कोशिकाओं को संक्रमित करने से रोकते हैं।
पत्नी ने चार बार की अंतिम संस्कार की तैयारी
स्मिथ ने बताया कि मेरी तो ऐसी हालत थी कि मेरी पत्नी ने चार बार अंतिम संस्कार की तैयारी की। हालांकि मैं बच गया। एक इंटरव्यू में स्मिथ ने अपने डर और अनुभवों का खुलासा किया। उन्होंने मजाक में कहा कि मैंने परिवार के सभी सदस्यों को अंतिम संस्कार के लिए बुला लिया था। लेकिन अब समझ नहीं आता कि उन्हें क्या कहूं।
7 बार हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा
290 दिनों के संक्रमण के दौरान उन्हें 7 बार हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा था। उन्होंने कहा, जब मैं बेड पर था तो मुझे बहुत खराब लग रहा था। मुझे दरवाजे पर मौत दिखाई दे रही थी। साल 2019 में स्मिथ की कीमोथेरेपी हुई थी। मार्च 2020 में उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ। उन्होंने बताया, मेरी शरीर की क्षमता एकदम खत्म हो गई थी। मैं कुछ भी सूंघ नहीं पा रहा था। अप्रैल तक मैंने कोई भी टेस्ट नहीं कराया था। चेस्ट इनफेक्शन की वजह से मुझे हॉस्पिटल ले जाया गया।
स्मिथ ने बताया, एंटीबायोटिक्स का एक कोर्स पूरा होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। लेकिन वे अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। उन्हें जुलाई में फिर से भर्ती कराया गया था क्योंकि वह बहुत कमजोर थे। जब उन्होंने फिर से कोविड-19 का टेस्ट किया तो उन्हें लगा था कि वे संक्रमित हुए हैं।
स्मिथ ठीक होते लेकिन कुछ दिनों बाद फिर तबीयत खराब लगती। इस दौरान उनका वजह भी घट गया था। उन्होंने कहा, एक समय तो ऐसा था कि मैं दो या तीन महीने के लिए बिस्तर पर पड़ा था। मेरी पत्नी बिस्तर पर ही मेरा सबकुछ करती थी, क्योंकि मैं खड़ा नहीं हो पा रहा था। ये उस मुकाम पर पहुंचने जैसा था जहां आपको मरने से ज्यादा जीने से डर लगता है।
स्मिथ की लिए कब आया टर्निंग प्वॉइंट?
स्मिथ के लिए टर्निंग प्वॉइंट तब आया, जब उनके डॉक्टरों ने रीजेनरॉन एंटीबॉडी थेरेपी (Regeneron antibody therapy) आजमाने का फैसला किया। इससे स्मिथ के स्वास्थ्य में तुरंत तो सुधार नहीं हुआ, लेकिन बाद के हफ्तों में उन्हें अच्छा महसूस होने लगा।
थेरेपी लेने के करीब 45 दिन बाद मैंने टेस्ट कराया और रिपोर्ट निगटिव आई। मैं इतना खुश था कि हमने अलमारी में शैंपेन की एक बोतल खोली और खूब पार्टी की। फिर सभी को फोन करके कहा, मैं नेगेटिव हूं, मैं नेगेटिव हूं।
उन्होंने कहा, मैं कभी भी 100% ठीक नहीं हो सकता हूं, क्योंकि कोविड ने मेरे फेफड़ों को खराब कर दिया है। सांस बहुत जल्दी फूलने लगती है। लेकिन अब मैं जितने दिन जी रहा हूं, वह मेरा बोनस है।
Asianet News का विनम्र अनुरोधः आईए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona