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कहीं और सुसाइड नोट लिखती, तो पति मिटा देता सबूत...इसलिए 'गुप्त' जगह पर लिखी आपबीती
उदयपुर, राजस्थान. मरते वक्त भी 30 साल की महिला अपने पति से इतना डरी हुई थी कि उसने सुसाइड नोट लिखने के लिए अपने शरीर का खास हिस्सा चुना। सुसाइड का यह चौंकाने वाला मामला सेमारी थाना क्षेत्र के मल्लाड़ा गांव में सामने आया है। पति की प्रताड़ना से परेशान होकर रेखा मेघवाल नामक महिला ने जहर खा लिया था। उसने अपनी जांघ पर सुसाइड नोट लिखकर पति को सजा देने की गुहार लगाई। महिला को पति खेमराज का इतना खौफ था कि उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो सुसाइड नोट कहां लिखे? जब पुलिस ने उसकी जांघ पर लिखा सुसाइड नोट देखा, तो हैरान रह गई। महिला ने साफ लिखा कि अगर वो कागज पर सुसाइड नोट लिखती, तो उसका पति फाड़ देता। दीवार पर लिखती, तो मिटा देता। जांघ पर उसकी नजर नहीं पड़ती, इसलिए उसने यह जगह चुनी। पुलिस ने महिला के पति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। पढ़िए इसी घटना के बारे में...
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रेखा मेघवाल ने गुरुवार सुबह करीब 7.30 बजे जहर खा लिया था। पति और परिजन उसे फौरन सलूंबर हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन महिला को बचाया नहीं जा सका। पुलिस के अनुसार, मृतका की यह तीसरी शादी थी। उसकी कोई संतान नहीं थी, जबकि खेमराज के पहले पत्नी से 4 बच्चे है। एक बेटे की शादी हो चुकी है। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
महिला ने जांघ पर 14 लाइन का सुसाइड नोट लिखा। इसमें लिखा कि पति कहता था कि तेरे जैसी 17 और ले आऊंगा। आगे पढ़ें....लवमैरिज के 9 महीने बाद ही उठ गई
यह मामला हरियाणा के जींद का है। 21 साल की इस लड़की ने 9 महीने पहले लवमैरिज की थी। पति कुछ करता नहीं, इसलिए उसने दहेज की डिमांड शुरू कर दी। लड़की कनाडा जाकर पढ़ना चाहती थी, लेकिन लॉकडाउन ने सपना पूरा नहीं होने दिया। दो तरफा परेशानियों से घिरी लड़की ने पिछले दिनों फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी। तृप्ति बीकॉम तृतीय वर्ष में पढ़ रही थी। वो कनाडा जाकर पढ़ाई करना चाहती थी। इसके लिए उसने डाक्यूमेंट्स तैयार कर रखे थे। लेकिन मार्च में लॉकडाउन लगने से वो नहीं जा सकी।
आगे पढ़ें...लेडी डॉक्टर ने पूरी फैमिली को दिया जहर का इंजेक्शन, फिर कर लिया सुसाइड
यह मामला महाराष्ट्र के नागपुर में पिछले दिनों सामने आया था। अपनी जिंदगी से नाखुश एक लेडी डॉक्टर ने अपने दो मासूम बच्चों और पति की हत्या के बाद सुसाइड कर लिया था। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला था। इसमें लेडी डॉक्टर ने जिंदगी से खुश नहीं होने की बात कही है। बच्चों की उम्र 11 और 8 साल थी। मृतका का पति कॉलेज में लेक्चरर था। पुलिस के अनुसार 41 वर्षीय डॉ. सुषमा राणे ने अपने पति धीरज(42) और दोनों बच्चों को इंजेक्शन में कोई दवा भरकर लगाई थी। धीरज और बच्चों के शव बेडरूम में बिस्तर पर पड़े मिले। वहीं, डॉक्टर की लाश छत के पंखे से लटकी मिली।
आगे पढ़ें...प्रेमिका की कब्र पर सोता था हत्यारा...
रायपुर/भोपाल. अपनी प्रेमिका की घर में ही कब्र खोदकर उस पर बिस्तर डालकर सोने वाला सनकी किलर उदयन दास फिर से मीडिया की चर्चाओं में है। इस किलर को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने प्रेमिका के अलावा अपने मां-बाप की हत्या के जुर्म में पिछले दिनों उम्रकैद की सजा सुनाई है। किलर ने प्रेमिका की हत्या भोपाल, जबकि मां-बाप की हत्या छत्तीसगढ़ के रायपुर में की थी। प्रेमिका पश्चिम बंगाल की रहने वाली थी। लिहाजा, उसके गायब होने पर मां-बाप ने वहीं रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जब पश्चिम बंगाल की पुलिस मामले की जांच करने भोपाल पहुंची, तब सनकी किलर की कहानी सामने आई। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
उदयन दास को पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। साइको किलर की प्रेमिका आकांक्षा शर्मा बांकुड़ा की रहने वाली थी। उसके लापता होने पर परिजनों ने वहीं के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसलिए वहीं की पुलिस मामले की जांच कर रही थी। उदयन ने जुलाई 2016 में भोपाल में प्रेमिका आकांक्षा की हत्या कर दी थी। उसने आकांक्षा की लाश को एक बॉक्स में बंद करके भोपाल के साकेत नगर स्थित घर में ही दफन कर दिया था। कब्र के ऊपर उसने कांक्रीट का चबूतरा बनवा दिया था। इस पर वो आराम से खाता-पीता और सोता था। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
उदयन ने 2010 में रायपुर स्थित अपने घर में मां-बाप की हत्या के बाद लाशें दफना दी थीं। आकांक्षा की हत्या के बाद इसका जांच-पड़ताल में यह मामला सामने आया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि किलर अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास के साथ रायपुर में रहता था। मां-बाप उसकी फिजूलखर्ची से नाराज थे। इसी गुस्से में उसने अपने मां-बाप की हत्या कर दी। फिर लाशें को घर के बगीचे में दफना दिया। बाद में उसने यह मकान बेच दिया। आगे पढ़ें इसी घटना के बारे में...
उदयन और आकांक्षा सोशल साइट के जरिये साल 2007 में संपर्क में आए थे। उदयन भोपाल में रहता था, लेकिन उसने झूठ बोल रखा था कि वो अमेरिका में रहता है। उदयन के प्रेम में पागल आकांक्षा ने जून 2016 में अपना घर छोड़ दिया था। उनकी पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। इसके बाद दोनों भोपाल में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे। उदयन की असलियत सामने आने के बाद आकांक्षा उसने नाराज हो गई थी। जब टकराहट बढ़ी, तो 27 दिसंबर 2016 को उदयन ने आकांक्षा की हत्या कर दी। उदयन को 2 फरवरी 2017 को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जब उसे पुलिस पूछताछ के लिए ले जा रही थी, तब वो मुस्करा रहा था। मानों उसे अपने किये पर कोई पछतावा नहीं हो।