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अंतिम सफर पर स्क्वाड्रन लीडर Kuldeep: पत्नी ने सीने से लगाए रखी तस्वीर, अब आंसू भी सूखे..बस एकटक देखे जा रहीं
झुंझनू ( राजस्थान). तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में एक झटके में 13 लोगों की मौत हो गई। एक दिन पहले कल शुक्रवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika Rawat) पंचतत्व में विलीन हो गए। इसी हादसे में राजस्थान जिले के झुंझुनूं के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह (squadron leader kuldeep singh rao) भी शहीद हो गए। कुलदीप का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया है, आज उनका अंतिम संस्कार होगा। इसी बीच एक मार्मिक द्दश्य सामने आया है, जहां शहीद की पत्नी अपने जांबाज पति कुलदीप की तस्वीर सीने से लगाए हुए थी। वहीं बहन ने तिरंगा पकड़ रखा था। जिस की ने भी यह पल देखा उसके आंखों में भी आंसू आ गए। देखिए दिल को रुला देने वाली तस्वीरें...
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दरअसल, शहीद कुलदीप का पार्थिव शरीर दिल्ली से जब रवाना हुए तब से पत्नी यश्वनी कुलदीप की तस्वीर यूं ही अपने सीने से चिपकाए हुए हैं। वह सेना के इस ट्रक में सबसे आगे थीं। दोनों हाथों में पति की तस्वीर थी तो वहीं वो एक टक नजर से उनके पार्थिव शरीर को देख रही थीं। यह नजारा इतना मार्मिक था कि जिसने भी देखा वो रो पड़ा।
बता दें कि शनिवार सुबह शहीद कुलदीप सिंह का पार्थिव शरीर झुंझुनूं हवाई पट्टी से उनके गांव के लिए रवाना हुआ। इस दौरान उनके साथ उनकी बहन-जीजा और पत्नी भी है। जहां बहन ने हाथ में तिरंगा थामे हुआ था तो जीजा की आखें नम थीं। लेकिन पत्नी ने एक पल के लिए भी पति की तस्वीर अपने सीने से नहीं हटाई।
इस दुखद घटना से पूरा राजस्थान और झुंझुनूं जिले में शोक की लहर है। लोग बेहद स्तब्ध हैं और उन्हें याद कर रहे हैं। उनके घर में दो दिन से गमगीन माहौल है। रिश्तेदार, परिजन और पहचान वालों की भीड़ लगी है। हर कोई इस परिवार को सांत्वनां देने पहुंच रहा है।
कुलदीप की मां कमला देवी की भी आंखें नम हैं, लेकिन उनकी आंखों में बेटे के लिए गर्व भी है। उन्होंने वंदे मातरम (Vande Mataram) के जोर-जोर से नारे लगाए और कहा- मेरा बेटा शहीद हो गया। यही मेरे बेटे की कमाई है। मेरा बेटा देश की सेवा करते हुए शहीद हुआ है। अब बहू को भी सेना में भेजूंगी। यही मेरा अगला मिशन होगा।
शहीद कुलदीप सिंह राव मूल रूप से झुंझुनू जिले के घरडाना खुर्द गांव के रहने वाले हैं। उनके माता-पिता जयपुर में रहते हैं। पिता रणधीर सिंह नेवी से रिटायर्ड ऑफिसर है। शहीद कुलदीप सिंह राव की बहन अभिता राव भी सेना में डिप्टी कमांडेंट के पद पर तैनात है। शहीद कुलदीप के चचेरे भाई राजेंद्र राव भी नेवी में कार्यरत रहे हैं। वे अब रिटायर्ड हो गए हैं। राजेंद्र कहते हैं कि कुलदीप बचपन से ही पायलट बनना चाहता था। खिलौने का हवाई जहाज हाथ में लेकर घूमता था। कहता था कि एक दिन मैं पायलट जरूर बनूंगा।
बता दें कि दो साल पहले 17 नवंबर 2019 को शहीद कुलदीप सिंह राव की शादी हुई थी। उनकी पत्नी मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में लेक्चरर हैं। लेकिन तीन दिन पहले हुए तमिलनाडु में हुई इस घटना से सब बिखेर करके रख दिया। सारी खुशियां पर मातम छाया हुआ है।