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यहां बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि मलबे में दब गए भगवान, लोगों ने कहा-तबाही का ऐसा मंजर पहली बार देखा
जयपुर (राजस्थान). 14 अगस्त को पिंक सिटी में हुई भारी बारिश के कारण यहां के लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। अभी तक यहां के हालात नहीं सुधरे, आलम यह है कि जगह-जगह मलबा जमा हुआ है। इसी बीच तबाही के मंजर की एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है, जिसने लोगों की 1981 में आई बाढ़ की यादें ताजा कर दीं। जयपुर की प्रमुख धार्मिक स्थल गलता तीर्थ में बने मदिंर की भगवान श्री राम परिवार की मूर्तियां और हनुमन जी की मूर्ति अभी भी 6 फीट मलबे में दबी हुई हैं।
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बता दें कि गलता तीर्थ राजस्थान के जयपुर शहर की पूर्वी अरावली पहाड़ियों पर बन हुआ है। यह पवित्र स्थान रामानुज संप्रदाय की प्रमुख पीठों में से एक है। यहां की सुंदरता ऐसी है कि हर साल देश विदेश से लाखों लोग यहां पर दर्शन करने और घूमने के लिए आते हैं। लेकिन अब यहां तबाही का मंजर दिख रहा है। मंदिर के चारों तरफ पानी और मलाब का ढेर लगा हुआ है। मलबे को निकालने जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। मंदिर पुजारी लोकेश का कहना है कि अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा ऐसा पहली बार हुआ है जब मंदिर पूरी तरह से मलबे में ढक गया और पहाड़ों से चट्टानें टूटकर परिसर में पड़ी हुई हैं।
यह तस्वीर गलता तीर्थ के पहाड़ों से प्रकट हुए पापड़ा हनुमान जी की मूर्ति है, जो 6 फीट मलबे में दबी हुई है।
गलता तीर्थं के पीठाधीश्वर महंत अवधेशाचार्य महाराज ने दैनिक भास्कर को बताया कि तबाही का ऐसा नजारा यहां 40 साल पहले जुलाई 1981 में आई बाढ़ में देखने को मिला था। जिसमें काफी नुकसान हो गया था, ऐसी ही आपदा इस वर्ष 14 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश की वजह से देखने को मिली है। जहां जगह-जगह मिट्टी के टीले जमा हो गए, भगवान की मूर्ति तक मलबे में द गई।
यह तस्वीर गलता तीर्थ के मर्दाना कुंड की है। जो इस समय पानी से एकदम लबालब भर गया है।
तस्वीर में आप साफ तौर पर देख सकते हैं किस तरह गलता तीर्थ मंदिर के परिसर में बना हुई यज्ञ वेदी कुंड भी मलबे से भर गया है।
मंदिर के चारों तरफ का रास्ता मलबा जमने से बंद हो गया है। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि किस तरह से पहाड़ पर टूटे क्यारा बांध से बहकर आई मिट्टी रास्ते में जमी हुई है।