चेकिंग के दौरान पुलिसवालों ने कर दिया SP को इग्नोर, ऐसा हुआ 'एक्शन'
जयपुर. यह हैं राजस्थान के चुरू की SP तेजस्विनी गौतम। ये अपनी वर्किंग स्टाइल के कारण हमेशा से ही सुर्खियों में रहती हैं। लोगों के लिए हमेशा सहज-सुलभ, जबकि लापरवाह पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ इनका 'एक्शन' देखते ही बनता है। चेकिंग के दौरान भी इनका एक नया रूप सामने आया। हुआ यूं कि उन्होंने पुलिस की मुस्तैदी जांचने के मकसद से हमीरवास, सिद्धमुख और साण्डवा इलाके में नाकाबंदी कराई थी। नाकाबंदी के दौरान पुलिस कितनी सजग है, इसे देखने वे खुद निजी गाड़ी से सिविल ड्रेस में वहां से निकलीं। लेकिन किसी भी पुलिसवाले ने उन्हें नहीं रोका। वे तीन बार वहां से निकलीं। आखिरकार जब पुलिसवाले लापरवाह नजर आए, तो उन्होंने एएसआई रामेश्वर के अलावा कांस्टेबल संदीप व रामनिवास को तुरंत सस्पेंड कर दिया।
| Published : Aug 21 2019, 02:56 PM
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मूलत: दिल्ली की रहने वालीं तेजस्विनी गौतम ने लेडी श्रीराम कॉलेज से बीए ऑनर्स करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की है। वे 2013 में पहले ही प्रयास में IPS में सिलेक्ट हुई थीं।
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अजमेर एसपी रहते हुए तेजस्विनी गौतम ने कचरा बीनने वाले बच्चों के लिए काफी काम किया था। ये वो बच्चे थे, जो कचरा बेचकर मिले पैसों से नशे की चीजें खरीदते थे। उन्हें न तो पढ़ाई से कोई सरोकार था और न ही अपने भविष्य की कोई फिक्र। तेजस्विनी ने अपने प्रयासों से ऐसे 67 बच्चों को नशे से दूर कराकर पढ़ाई-लिखाई की ओर अग्रसर किया था।
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तेजस्विनी गौतम को स्कूल-कॉलेज के समय से ही नुक्कड़ नाटकों और थियेटर का शौक रहा है। IPS बनने के बाद भी उन्होंने इसे नहीं छोड़ा। वे अपने नुक्कड़ नाटकों के जरिये महिलाओं को सशक्त बनाने में लगी हैं। पिछले 12-13 सालों में उन्होंने सैकड़ों महिलाओं और बच्चों को आत्मनिर्भर बनाया। उन्हें सही रास्ता दिखाया।
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तेजस्विनी गौतम ने देशभर में नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया है। इन नाटकों की थीम महिला उत्पीड़ना को रोकना और उन्हें स्वावलंबी बनाना है। कई बार वे खुद भी प्ले का हिस्सा बन जाती हैं। तेजस्विनी अब तक दिल्ली, यूपी, मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कानपुर सहित कई शहरों में नुक्कड़ नाटक कर चुकी हैं।
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तेजस्विनी जहां भी पदस्थ रहती हैं, वे महिला पुलिसकर्मियों के लिए भी हमेशा आगे रहती हैं। ड्यूटी और घरबार की जिम्मेदारियों के बीच खुद को कैसे जीवंत रखा जाए, तेजस्विनी इस बात पर जोर देती हैं।
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तेजस्वनी जहां लापरवाह पुलिसवालों को सजा देने में पीछे नहीं रहतीं, वहीं अच्छे काम करने वालों को प्रोत्साहित करने में भी आगे रहती हैं।