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रोटी के लिए लड़ रहा एक और अन्नदाता छोड़ गया दुनिया, मरने से पहले PM मोदी के लिए लिखा ये इमोशनल पत्र
फाजिल्का (पंजाब). केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार 32 दिन से जारी है। अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे कई किसानों की मौत भी हो गई। इसी बीच एक दुखद खबर सामने आई है। जहां पंजाब के एक किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले इस अन्नदाता ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक इमोशनल पत्र छोड़ा है। जिसमें लिखा है कि कुछ लोगों के ही पीएम बनकर रह गए हैं मोदी जी।
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दरअसल, यह दुखद घटना रविवार सुबह बहादुरगढ़ के टिकरी की हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर घटी। जहां फाजिल्का जिले के मंडी लाधूका के रहने वाले किसान अमरजीत सिंह राय ने यह कदम उठाते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उन्होंने केंद्र सरकार की बेरुखी से परेशान होकर जहर खा लिया। इसके बाद आनन-फानन में राय को रोहतक PGIMS रेफर किया गया, लेकिन कुछ देर बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
बता दें कि अमरजीत सिंह राय किसान के साथ-साथ एक वकील भी थे, वह किसानों के हक और उनके अधिकारों के लिए केस लड़ते थे। वह जलालाबाद बार एसोसिएशन के सदस्य थे। जो पिछले 10 दिन से किसानों की मांगों को लेकर धरने में शामिल हुए थे। किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि राय साहब का बलिदान बेकार नहीं जाएगा, हम उनकी मांग लेकर रहेंगे।
वकली और किसान अमरजीत सिंह ने मरने से पहले पीएम मोदी के नाम जो पत्र छोड़ा है, उसमें लिखा है कि केंद्र सरकार के यह तीनों बिल किसानों की जिंदगी बर्बाद कर देंगे। इन बिलों के आ जाने से मजदूर और आम आदमी की जिंदगी पूरी तरह से तबाह हो जाएगी। मोदी जी तो पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि वह सिर्फ कुछ लोगों के ही बनकर रह गए हैं। आप क्यों देश के मजदूरों, किसानों और आम आदमी की रोजी-रोटी छीन रहे हो। बताया जाता है कि वकील राय ने यह लेटर मरने से पहले खुद ने ही टाइप किया है।
बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। वह अपनी जान की कीमत लगाकर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब तक इस आंदोलन में 30 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। किसी की ठंग की वजह से जान गई है तो किसी ने दुखी होकर सुसाइड कर लिया। (यह फोटो कुछ ही किसानों की है, जो सोशल मीडिया से ली गई है।)