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बुद्ध पूर्णिमा पर तीर्थनगरी हरिद्वार का विहंगम नजारा, हरकी पौड़ी से ब्रह्म कुंड तक पट गए घाट, देखिए Photos
हरिद्वार : बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2022) के स्नान के लिए सोमवार को हरिद्वार (Haridwar) में आस्था का विहंगम नजारा देखने को मिला। हरकी पैड़ी से लेकर ब्रह्म कुंड तक घाट श्रद्धालुओं से पटा रहा। सुबह चार बजे से ही गंगा किनारे पूजा-आरती, भजन-कीर्तन चलता रहा। रविवार की रात से ही धर्मनगरी में भक्त पहुंच गए थे। मंदिर, धर्मशाला पूरी तरह भर गए। हजारों की संख्या में श्रद्धालु रात में ही घाटों पर पहुंच गए थे। वहीं रात गुजारी और तड़के ही गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था दिखाई दी। पुलिस की अलग-अलग टीम तैनाती पर रही। तस्वीरों में देखिए हरिद्वार में आस्था का अद्भुद नजारा...
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बुद्ध पूर्णिमा वैशाख पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। आज के दिन बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना जाता है। आज के दिन भगवान विष्णु और बुद्ध के साथ चंद्र देव की भी पूजा की जाती है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान, दान और पूजा-पाठ का विषेश महत्व होता है। यही कारण है कि तीर्थनगरी हरिद्वार में आस्था का सैलाब उमड़ा। गंगा में डुबकी लगाने बड़ी संख्या में श्रद्धालु धर्मनगरी पहुंच गए थे। रात से ही पूरी नगरी श्रद्धालुओं से पट गया था।
गंगा में स्नान के लिए बड़े-बुजुर्ग और बच्चे सभी पहुंचे। घाट पर पांव रखने तक की जगह नहीं थी। पानी से लेकर बाहर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। स्नान के बाद श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। आरती में शामिल हुए और आस्था से मन को सराबोर किया।
बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए पुलिस ने पहले से ही ट्रैफिक प्लान बना लिया था। सोमवार की सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहनों की एंट्री पूरी तरह रोक दी गई। दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर से हरिद्वार आने वाले हल्के वाहन मंगलौर से डायवर्ट कर रुड़की बाइपास होते हुए हरिद्वार में प्रवेश कराया गया।
चारधाम, टूरिस्ट प्लेस और बुद्ध पूर्णिमा का स्नान होने के चलते बड़ी भीड़ पहुंची। ट्रैफिक पुलिस ने जो आंकड़ा बताया है, उसके मुताबिक 18 घंटे तक 60 हजार फोर ह्वीलर हरिद्वार के हाइवे और शहर के अलग-अलग सड़कों पर दिखाई दिए।
इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि भगवान बुद्ध के करुणा, अहिंसा और समानता का संदेश मानवता के लिए प्रकाश स्तंभ के रूप में काम रहे हैं। उनके उपदेश हर परिस्थिति और काल में प्रासंगिक है।
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