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Year Ender: 2022 की 8 सबसे बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी, कहीं गंवानी पड़ी कुर्सी तो कहीं मिला नोटों का अंबार
Year Ender: साल 2022 खत्म होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ये साल सियासत से लेकर मजहब तक, कई ऐसे विवादों के लिए जाना जाएगा, जो 2023 में भी बने रह सकते हैं। इनमें महाराष्ट्र के सत्ता परिवर्तन से लेकर पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटोले तक, कई घटनाएं शामिल हैं। बता दें कि ये विवाद न सिर्फ पूरे साल चर्चा में बने रहे, बल्कि आगे भी इनके खत्म होने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। आइए जानते हैं, 2022 के कुछ ऐसे ही बड़े विवादों के बारे में।
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पश्चिम बंगाल का शिक्षक भर्ती घोटाला :
2016 में पश्चिम बंगाल के स्कूल सेवा आयोग (SSC) ने 13 हजार शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती के लिए एक परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा का रिजल्ट 27 नवंबर, 2017 को आया। रिजल्ट आने के बाद मेरिट लिस्ट बनाई गई, जिसमें सिलीगुड़ी की बबीता सरकार 77 अंक के साथ टॉप 20 में शामिल थी। लेकिन बाद में आयोग ने इस मेरिट लिस्ट को कैंसिल कर इसकी जगह दूसरी लिस्ट तैयार की। इस लिस्ट में बबीता सरकार का नाम वेटिंग में था। वहीं बबीता से कम नंबर पाने वाली अंकिता अधिकारी का नाम टॉप पर था। अंकिता तृणमूल कांग्रेस के मंत्री परेश अधिकारी की बेटी है, इसलिए उसे नौकरी मिल गई। इसके बाद बबीता सरकार और कुछ लोगों ने मिलकर इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका लगाई। इस पर कोर्ट ने जांच के लिए न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) रंजीत कुमार बाग की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए। जांच में पता चला कि इसमें मुख्य आरोपी बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी गर्लफ्रेंड अर्पिता मुखर्जी है। इसके बाद ईडी ने पार्थ और अर्पिता के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर 50 करोड़ कैश के अलावा 4 करोड़ के गहने और 20 मोबाइल फोन जब्त किए थे।
महाराष्ट्र : उद्धव Out, शिंदे In
महाराष्ट्र में लंबे समय तक चली सियासी उथल-पुथल के बाद आखिरकार उद्धव सरकार को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के सीएम रहे ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद शिंदे गुट के एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही बीजेपी के देवेन्द्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया। ठाणे की कोपरी-पछपाखाड़ी विधानसभा सीट से विधायक और कभी उद्धव सरकार में नगर विकास और सार्वजनिक निर्माण मंत्री रह चुके शिंदे ने आखिरकार उद्धव सरकार को अपनी ताकत दिखा ही दी। शिंदे ने शिवसेना के 40 से ज्यादा विधायकों को अपने साथ कर उद्धव की सत्ता पलट दी।
कश्मीर फाइल्स को लेकर विवाद :
2022 में फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर भी खूब विवाद हुआ। 1990 में आतंकवादियों ने कश्मीर हिंदुओं को घाटी से पलायन करने के लिए मजबूर कर दिया था। इसी विषय को उठाते हुए फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' बनाई और सच्चाई को उजागर किया। उन्होंने फिल्म में उन सभी घटनाओं को दिखाया, जिन्हें कश्मीरी हिंदुओं ने झेला था। हालांकि, फिल्म को लेकर एक धड़ा इसके विरोध में उतर आया और कहने लगा कि इसमें मुसलमानों की गलत छवि पेश की गई है। इसे लेकर कई इस्लामिक संगठनों ने भी प्रदर्शन किया। हालांकि, 12 करोड़ में बनी इस मूवी ने दुनियाभर में 360 करोड़ से ज्यादा की कमाई की।
राजस्थान : गहलोत vs पायलट
राजस्थान में भी 2022 में सियासी जंग देखने को मिली। दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की खबर के बाद 25 सितंबर को गहलोत कैंप के विधायकों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर स्पीकर को अपने इस्तीफे दे दिए। गहलोत और उनके समर्थक इस बात पर अड़े थे कि वो सीएम पद नहीं छोड़ेंगे। जबकि राहुल गांधी पहले ही कह चुके थे कि कोई शख्स दो पदों पर नहीं रहेगा। वहीं, पायलट गुट के विधायक सचिन पायलट को सीएम बनते हुए देखना चाहते हैं। हालांकि, संख्या बल के आधार पर पायलट गुट थोड़ा कमजोर है। बता दें कि पायलट-गहलोत विवाद अब भी नहीं थमा है। हाल ही में गहलोत ने पायलट पर हमला बोलते हुए कहा- जिस आदमी के पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने बगावत की है, जिसे गद्दार नाम दिया गया है, उसे लोग कैसे स्वीकार कर सकते हैं।
नूपुर शर्मा विवाद :
नूपुर शर्मा विवाद भी 2022 में सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा। 27 मई को ज्ञानवापी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान नुपूर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कुछ अपमानजनक कमेंट कर दिया था। बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्थाओं का मजाक उड़ा रहे थे, जिससे आहत होकर उन्होंने इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया था। इस पर मोहम्मद जुबैर नाम के एक शख्स ने अपने ट्विटर अकाउंट पर नूपुर की वीडियो क्लिप को एडिट करके शेयर कर दिया और कहा कि उन्होंने पैगंबर का अपमान किया है। इसके बाद नूपुर को दुनियाभर से जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। बाद में बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया। उनके इस बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथियों ने 'सिर तन से जुदा' के नारे भी लगाए।
बिहार : BJP से नाता तोड़ RJD से जुड़े नीतीश :
बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार की जुलाई, 2022 से ही अनबन होने लगी थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केंद्र सरकार ने महीनेभर में नीतीश कुमार को 4 बुलावे भेजे, लेकिन वो एक में भी नहीं पहुंचे। आखिरकार दोनों के बीच मतभेद इतना बढ़ गया कि 9 अगस्त, 2022 को नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने लालू यादव की पार्टी RJD के साथ मिलकर नई सरकार बना ली।
अडानी के NDTV को खरीदने पर विवाद :
एशिया और भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडाणी का एनडीटीवी इंडिया को खरीदना भी 2022 में चर्चा में रहा। अडाणी ने सबसे पहले NDTV में करीब 29.18% हिस्सेदारी खरीदी। इसके अलावा 26% एडिशनल हिस्सेदारी पाने के लिए दिसंबर में ओपन ऑफर लेकर आए। बता दें कि एनडीटीवी के निदेशक प्रणव जेम्स रॉय और राधिका रॉय के अलावा रवीश कुमार ने भी अपना इस्तीफा दे दिया।
असम-मेघालय सीमा विवाद :
असम-मेघालय बॉर्डर के पास मुकरोह इलाके में 22 नवंबर, 2022 की सुबह हुई पुलिस फायरिंग में 6 लोगों की मौत हो गई। हिंसा के बाद कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया। बता दें कि दोनों राज्यों में बॉर्डर को लेकर 50 साल पुराना विवाद है, जिसे लेकर अक्सर झड़प होती है। दरअसल, असम राज्य की सीमाएं मेघालय के अलावा त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश से लगती हैं। चूंकि असम की सीमाएं 6 राज्यों से लगती हैं और इन सभी सीमावर्ती क्षेत्रों का हिस्सा पहाड़ी है, इसलिए कई बार बॉर्डर को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रहती है। यही वजह है कि मेघालय और असम के बीच विवाद होता रहता है। दोनों राज्य आपस में 885 किलोमीटर लंबा बॉर्डर शेयर करते हैं। 1972 से पहले मेघालय, असम का ही हिस्सा था। इसके बाद दोनों का विभाजन हो गया लेकिन तभी से सीमा को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों राज्यों के बीच करीब 12 इलाके ऐसे हैं, जहां सीमा को लेकर विवाद था। हालांकि, इनमें से अब 6 इलाकों की सीमा निर्धारित हो चुकी है।
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