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15 फरवरी, बाल कैंसर दिवस: ये कहानियां आपको हौसला देंगी, मौत से लड़ने की एक नई जिंदगी देंगी
दुनिया में कैंसर तेजी से फैल रहा है। तमाम रिसर्च बताते हैं कि कैंसर अब नवजात से लेकर 18 साल तक के बच्चों का अपनी चपेट में ले रहा है। कई बार कैंसर के लक्षण (Symptoms Of Cancer In Children) नजर नहीं आते। जब पता चलता है, तब तक काफी देर हो जाती है। बच्चों में चार प्रकार का कैंसर फैल रहा है-एक्यूट ल्यूकेमिया, ब्रेन ट्यूमर,न्यूरोब्लास्टोमा और लिम्फोमा। बच्चों में कैंसर को लेकर जागरुकता लाने हर साल 15 फरवरी को 'अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर जागरुकता दिवस' मनाया जाता है। आपको बता दें कि दुनिया में हर साल 4 लाख से अधिक बच्चों को कैंसर होता है। एक सर्वे के हिसाब से दुनिया में हर साल 3 लाख बच्चों की मौत हो जाती है। इनमें से 2 लाख बिना इलाज के दम तोड़ देते हैं। पढ़िए कुछ चौंकाने वालीं, तो कुछ सकारात्मक कहानियां...
| Published : Feb 15 2021, 10:49 AM IST
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पिछले दिनों जापान में एक चौंकाने वाला केस सामने आया था। इसमें डिलीवरी के समय सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित मां की कोख में सांस लेने के दौरान जुड़वां बच्चों में कैंसर की कोशिकाएं पहुंच गई थीं। दुनिया में इस तरह के 20 केस सामने आए थे। यानी बच्चे के जन्म के 23 महीने बाद उसे लंग कैंसर की पुष्टि हुई थी। हालांकि कीमोथेरेपी-इम्यूनोथैरेपी के कई राउंड के बाद बच्चा स्वस्थ्य हो गया था।
(यह तस्वीर सोशल मीडिया से ली गई है।)
यह तस्वीर जनवरी में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। रैक्स चैपमैन नामक एक शख्स ने मां-बेटी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि मां अपनी बेटी को सरप्राइज दे रही है। बता दें कि यह बेटी कैंसर से लड़ रही है। इस वीडियो को तब 20 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा था।
इस तस्वीर में बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेराय कैंसर पीड़ित बच्चों के साथ दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि विवेक पिछले 18 सालों से कैंसर पीड़ित बच्चों के लिए काम कर रहे हैं। विवेक 2004 में कैंसर पेशेंट्स एंड एसोसिएशन (CPAA) के साथ जुड़ गए थे। वे अब तब 2.5 लाख से ज्यादा कैंसर पीड़ित बच्चों का मदद कर चुके हैं।
कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद के लिए लगातार सेलिब्रिटीज आगे आ रही हैं। हाल में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने फैनकाइंड (Fankind) नामक संस्था के जरिये कैंसर पीड़ित गरीब परिवारों के बच्चों के लिए मदद की शुरुआत की थी। वे फूडहिल्स प्रोग्राम के तहत Cuddles फाउंडेशन के लिए भी ऐसे बच्चों के लिए धन जुटा रहे हैं।
(एक चैरिटी कार्यक्रम में सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन)
पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी ‘अपनालय’ नाम से एक एनजीओ चलाते है। इसमें सिर्फ बेघर बच्चों का पालन-पोषण ही नहीं होता, उन्होंने 300 से ज्यादा कैंसर पीड़ित बच्चों का इलाज भी करवाया है।
युवराज सिंह खुद कैंसर से पीड़ित रह चुके हैं। वे you we can नामक संस्था चलाते हैं, जो कैंसर पीड़ित बच्चों की मदद करती है।