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दिन में धरने पर मजे से खाया-पीया फिर चद्दर तानकर लेटे, मगर रात में मच्छरों ने 'माननीयों' की कर दी खटिया खड़ी
नई दिल्ली. ये तस्वीरें संसद भवन परिसर की हैं, जहां निलंबित सांसद धरने पर बैठे थे। ये 24 सांसद लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा की मांग को लेकर सस्पेंड हुए थे। इसके बाद ये सभी संसद परिसर में गांधी मूर्ति के सामने 50 घंटे के रिले धरने पर बैठ गए। मतलब बारी-बारी से 50 घंटे तक सांसद धरने पर बैठे। यह धरना बुधवार सुबह 11 बजे शुरू हुआ, जो शुक्रवार दोपहर एक बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान सांसदों के खाने-पीने और अन्य जरूरी चीजों का इंतजाम विपक्ष ने मिलकर किया है। धरना स्थल पर ही ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का इंतजाम है। खाने-पीने में कोई कंजूसी नहीं। दही-चावल, डोसा, चिकन और गाजर हलवा यानी जिसे जो पसंद है, सब उपलब्ध है।
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धरने पर बैठे सांसदों के खाने-पीने का बंदोबस्त AAP, TMC और DMK ने संभाला है। बुधवार को DMK सांसद तिरुचि शिवा धरने पर बैठे सांसदों को ब्रेकफास्ट में डोसा खिलाते देखी गईं। जबकि डिनर तृणमूल कांग्रेस की तरफ से था।
इस बीच भाकपा के संतोष कुमार और आप के संजय सिंह समेत पांच निलंबित सांसदों ने मच्छरों और गर्मी का सामना करते हुए संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास रात गुजारी। टीएमसी के डोला सेन और शांतनु सेन आधी रात तक घटनास्थल पर मौजूद रहे।
अधिकारियों द्वारा तंबू की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण 24 सांसदों यानी राज्यसभा के 20 और लोकसभा के चार कांग्रेस सदस्यों के निलंबन के विरोध में पांच सांसद आसमान के नीचे सो गए।
इस बीच टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट करके 24 सांसदों का निलंबन रद्द कर चर्चा कराने की मां उठाई। गुरुवार सुबह सांसदों के लिए चाय लेकर पहुंचे टीएमसी सांसद मौसम नूर ने कहा कि विपक्षी सांसद माफी नहीं मांगेंगे। वे विरोध जारी रखेंगे।
AAP सांसद संजय सिंह गुजरात में नकली शराब के मुद्दे को लेकर मुखर हैं। बता दें कि हाल में गुजरात में नकली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई है।
संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेस सांसदों की है। वे आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि और जीएसटी दरों में वृद्धि का विरोध करते हुए और निलंबित सांसदों को रद्द करने की मांग कर रहे थे।