- Home
- Career
- Education
- इस फिल्म से प्रेरित होकर मुकेश अंबानी ने छोड़ दिया था IIT बॉम्बे, फिर बदला करियर का रूख
इस फिल्म से प्रेरित होकर मुकेश अंबानी ने छोड़ दिया था IIT बॉम्बे, फिर बदला करियर का रूख
Mukesh Ambani Career Inspired by Movie: जानिए कैसे IIT बॉम्बे के इंजीनियरिंग स्टूडेंट रहे मुकेश अंबानी के करियर की दिशा एक हॉलीवुड फिल्म ने बदल दी। जिसके बाद वह IIT बॉम्बे छोड़ कर केमिकल इंजीनियरिंग की ओर मुड़े और रिलायंस की नींव रखी।
- FB
- TW
- Linkdin
Follow Us
)
एक फिल्म से प्रेरित होकर मुकेश अंबानी ने बदला अपना करियर
मुकेश अंबानी आज दुनिया के टॉप उद्योगपतियों में से एक हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पढ़ाई के दौरान उन्होंने अपना करियर एक फिल्म से प्रेरित होकर बदल ली थी। जानिए कैसे एक फिल्म ने मुकेश अंबानी के जीवन और करियर का पूरा रुख ही मोड़ दिया।
मुकेश अंबानी को इस फिल्म से मिली थी करियर बदलने की प्रेरणा
1967 में रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म 'The Graduate' ने मुकेश अंबानी पर गहरा प्रभाव डाला। इस फिल्म में "There's a great future in plastics" जैसी पंक्तियां थीं, जिसने उन्हें केमिकल इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। इस फिल्म में पॉलिमर्स और प्लास्टिक के भविष्य की चर्चा ने उनके मन में इस फील्ड के प्रति रुचि जगाई।
IIT बॉम्बे में एडमिशन के बाद लिया ICT केमिकल इंजीनियरिंग में ट्रांसफर
मुकेश अंबानी ने शुरुआत में IIT बॉम्बे में एडमिशन लिया था, लेकिन बाद में उन्होंने Institute of Chemical Technology (ICT), मुंबई (पूर्व में UDCT) में केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए ट्रांसफर करा लिया। यह निर्णय उन्होंने अपने करियर को केमिकल इंजीनियरिंग की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए लिया।
मुकेश अंबानी का साइंस और टेक्नोलॉजी के प्रति रुचि
बचपन से ही मुकेश अंबानी को साइंस और टेक्नोलॉजी में गहरी रुचि थी। यह रुचि उन्हें अपने पिता धीरूभाई अंबानी से विरासत में मिली थी, जो हमेशा भविष्य के व्यवसायों में निवेश करने और प्रतिभा को महत्व देने में विश्वास रखते थे।
मुकेश अंबानी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से भी की है पढ़ाई
केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, मुकेश अंबानी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए के लिए एडमिशन लिया। वहां उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर बिल शार्प से वित्तीय अर्थशास्त्र (financial Economics) सीखा। हालांकि, 1981 में उन्होंने अपने पिता के साथ रिलायंस के पॉलिएस्टर प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए स्टैनफोर्ड की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।
मुकेश अंबानी का रिलायंस में योगदान
मुकेश अंबानी ने कॉलेज के दिनों से ही रिलायंस में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी थी। कॉलेज खत्म होने के बाद वह सीधे ऑफिस जाते थे और विभिन्न प्रोजेक्ट्स में हिस्सा लेते थे। उनकी मेहनत और समर्पण ने रिलायंस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
जियो के माध्यम से क्रांति
मुकेश अंबानी की दूरदर्शिता और तकनीकी समझ ने भारत में टेलीकॉम क्षेत्र में क्रांति ला दी। उन्होंने जियो के माध्यम से लाखों लोगों को सस्ती और तेज इंटरनेट सर्विस प्रदान की, जिससे देश में डिजिटल क्रांति आई।