MalayalamNewsableKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathimynation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • ज्योतिष
  • Home
  • National News
  • कोरोना से लड़ने वाले वह 'हीरो', जो अटल जी से लेकर नेपाल के CM तक का कर चुके हैं इलाज, पिता एम्स के डीन थे

कोरोना से लड़ने वाले वह 'हीरो', जो अटल जी से लेकर नेपाल के CM तक का कर चुके हैं इलाज, पिता एम्स के डीन थे

नई दिल्ली. कोरोना महामारी के बीच एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कई बार कोरोना के खतरे को लेकर अलर्ट किया है। उन्होंने पहले ही कह दिया था कि जून में कोरोना के केस में तेजी से बढ़ोतरी होगी। हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि दो से तीन महीने में कोरोना की दवा आ जाएगी। ऐसे में बताते हैं कि आखिर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया कौन हैं? उन्होंने मेडिकल के क्षेत्र में क्या-क्या काम किया है?

3 Min read
Asianet News Hindi
Published : Jun 07 2020, 02:53 PM IST | Updated : Jun 07 2020, 04:17 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
112
Asianet Image

कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टर गुलेरिया को हीरो को रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने एक महीना पहले ही बता दिया था कि जून और जुलाई में कोरोना के केस तेजी से बढ़ेंगे। ऐसा दिख भी रहा है। इसके अलावा जब गुजरात में कोरोना के केस बढ़े तो वहां पर डॉक्टर गुलेरिया को भेजा गया। वहां पहुंचकर डॉक्टर गुलेरिया ने स्थानीय डॉक्टर्स को बताया कि कैसे कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाए। इसका सकारात्मक परिणाम दिखा। 

212
Asianet Image

डॉक्टर रणदीप गुलेरिया को 2015 में पद्मश्री से सम्‍मानित किया गया था।
 

312
Asianet Image

पद्मश्री डॉ. गुलेरिया देश के पहले डॉक्टर हैं, जिन्होंने पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन (Pulmonary and Critical Care Medicine) में डीएम की डिग्री हासिल की थी।

412
Asianet Image

डॉक्टर गुलेरिया ने चंडीगढ़ (Chandigarh) के पोस्ट ग्रेज्युएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (Post Graduate Institute of Medical Education and Research) (PGIMER) से डॉक्टर की पढ़ाई की है। उन्‍होंने 1992 में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन ज्‍वाइन किया था।
 

512
Asianet Image

डॉक्टर गुलेरिया को एम्स में देश का पहला पल्मोनरी मेडिसिन एंड स्लीप डिस्‍ऑर्डर सेंटर शुरू करने का श्रेय दिया जाता है। इस सेंटर की शुरुआत 2011 में की गई थी। डॉ. गुलेरिया के पिता जगदेव सिंह गुलेरिया एम्स के डीन रह चुके हैं। ये उस दौर की बात है जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गोली लगने के बाद एम्स में भर्ती किया गया था।

612
Asianet Image

भारत सरकार ने उन्‍हें रेस्पिरेट्री मसल फंक्शन, लंग्स कैंसर, अस्थमा, सीओपीडी में योगदान और 400 से अधिक नेशनल व इंटरनेशनल पब्लिकेशंस में प्रकाशित रिसर्च के लिए 2015 में पद्मश्री से सम्‍मानित किया था। इसके अलावा भारत में नई बीमारियों का पता लगाने और नेशनल लेवल पर एंटीबायोटिक के रसिस्टेंस को कंट्रोल करने वाली कमेटी के मेंबर भी हैं।

712
Asianet Image

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति संबंधी समिति (ACC) ने डॉक्टर गुलेरिया को 5 साल के लिए एम्स का निदेशक नियुक्त किया गया। डॉक्टर रणदीप गुलेरिया वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) में 2010-13 तक एडवाइजर भी रह चुके हैं। 1998 से अटल बिहारी वाजपेई के पर्सनल फिजिशियन हैं। इसके अलावा भारत सरकार ने इन्हें कई बड़ी पर्सनैलिटी को सेहतमंद रखने का जिम्मा दिया है।

812
Asianet Image

डॉक्टर गुलेरिया के पिता जगदेव सिंह गुलेरिया (Jagdev Singh Guleria) एम्स के डीन रह चुके हैं। 
 

912
Asianet Image

डॉक्टर गुलेरिया को 298 रिसर्च और 36 किताबों के लिए राज नंदा ट्रस्ट और रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन लंदन की ओर से फेलोशिप दी जा चुकी है।
 

1012
Asianet Image

डॉक्टर गुलेरिया ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का इलाज किया था। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का भी इलाज इन्हीं की देखरेख में हुआ।
 

1112
Asianet Image

डॉक्टर गुलेरिया ने भारतीय नेताओं के अलावा नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री सुशील कोईराला (Sushil Koirala) का भी इलाज कर चुके हैं। 
 

1212
Asianet Image

एक न्यूज चैनल से बात करते हुए गुलेरिया ने कहा, 2-3 महीने में कोरोना की कोई न कोई दवा बन जाएगी। बिना लक्षण वाले रोगी को अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं है। उनको घर में अलग-थलग रहना चाहिए। 99% मामलों में बिना लक्षण वाले रोगी ऐसे ही ठीक हो जाते हैं।
 

Asianet News Hindi
About the Author
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Andriod_icon
  • IOS_icon
  • About Us
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved