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12 एकड़ में फैले आलीशान बंगल में रहते हैं पीएम मोदी, अंदर है सुरंग; फिल्म देखने के लिए है खास इंतजाम
नई दिल्ली. कोरोना महामारी के चलते देशभर में मार्च में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। इस बीच आम लोगों समेत सभी नेता और स्टार्स अपने घरों में ही फैमिली के साथ टाइम स्पेंड कर रहे थे साथ ही घर से ही अपने सभी काम कर रहे थे। ऐसे में पीएम मोदी 7 लोक कल्याण मार्ग पर स्थित प्रधानमंत्री आवास में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने वक्त बिताया और कोरोना जैसी महामारी पर रोकथाम पाने के लिए हर राज्यों से लगातार बातचीत वहीं से कर रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने चीन से निपटने के लिए भी घर से ही सारी मीटिंग्स की। इस पांच महीने के अंतराल में मोदी महज एक बार घर से बाहर आए थे। ऐसे में उनके आवास के बारे में कुछ रोचक बातें बता रहे हैं, जो बहुत कम लोग ही जानते होंगे।
| Published : Jul 19 2020, 12:43 PM IST / Updated: Jul 19 2020, 01:36 PM IST
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भारत के प्रधानमंत्री के सरकारी आवास का नाम 7 रेस कोर्स रोड या 7 आरसीआर था जिसे अब '7 लोक कल्याण मार्ग' के नाम से जाना जाता है। पीएम मोदी इस आवास में 2014 से रह रहे हैं और वे अपने ज्यादातर कार्यालय या राजनीतिक बैठकों का आयोजन यहीं पर करते हैं।
प्रधानमंत्री आवास 12 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें एक नहीं, दो नहीं बल्कि पांच बंगले हैं। जिसमें प्रधानमंत्री कार्यालय– सह– आवास क्षेत्र और सुरक्षा प्रतिष्ठान– इसमें से एक विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) और दूसरा गेस्ट हाउस, शामिल है। इतना ही नहीं इसमें एक सुरंग भी है।
7 लोक कल्याण मार्ग पर बने प्रधानमंत्री आवास के बंगले का नक्शा रॉबर्ट टॉर रसेल ने बनाया था। रसेल 1920 और 1930 के दशक के दौरान नई दिल्ली का नक्शा तैयार कर रहे ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लूटियन की टीम का हिस्सा थे।
7 लोक कल्याण मार्ग में 5 बंगले हैं, जिन्हें 1, 3, 5, 7 और 9 नंबर से अंकित किया गया है। बंगला 1, प्रधानमंत्री की सेवा के लिए बनाया गया हेलिपैड है। इसका इस्तेमाल 2003 से किया जा रहा है। बंगला 3 प्रधानमंत्री के अतिथियों के लिए गेस्ट हाउस है। बंगला 5 प्रधानमंत्री का निजी आवास क्षेत्र है। बंगला 7 पीएम का कार्यालय है और 9 में विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) रहते हैं। ये उत्कृष्ट बल प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।
ये बंगले बड़े बंगले नहीं हैं। पीएम के आवास में दो शयनकक्ष, एक अतिरिक्त कक्ष, एक भोजन कक्ष और मुख्य बैठकखाना है, जिसमें एक समय में करीब 30 लोग बैठ सकते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि करीब 2 किमी लंबी भूमिगत सुरंग भी है जो भारत के प्रधानमंत्री आवास को सफदरजंग हवाईअड्डे से जोड़ती है। यहां डब्ल्यूआईपी (WIP) हेलिकॉप्टरों के लिए स्थान बनाया गया है ताकि यातायात की भीड़ को कम किया जा सके।
इस सुरंग का काम 2010 में शुरु किया गया था और जुलाई 2014 में यह बन कर तैयार हो गया। इसके अलावा, इसका इस्तेमाल करने वाले पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
पीएम आवास में जाने के लिए एक ही एंट्री गेट है। इसकी एंट्री 9 लोक कल्याण मार्ग से होती है। अगर कोई शख्स पीएम के आवास में जाता है तो इउसे सबसे पहले 9 लोक कल्याण मार्ग से एंट्री मिलती है। इसके बाद पार्किंग है और फिर वेलकम रूम। सारी सुरक्षा जांच के बाद 7,5,3 और फिर 1 लोक कल्याण मार्ग पहुंचता है।
पीएम आवास की सिक्योरिटी इतनी कड़ी है कि अगर नरेंद्र मोदी का कोई रिश्तेदार भी यहां आता है तो उसे इन जांचों से गुजरना पड़ता है। पीएम के पर्सनल सेक्रेटरी एसपीजी को पहले से ही आने वाले लोगों के नाम देते हैं, जिनका नाम लिस्ट पर होता है। जिनका नाम इस लिस्ट में होता है वही प्रधानमत्री से मिलने की अनुमति होती है।
प्रधानमंत्री आवास में फिल्म देखने की भी व्यवस्था है। साल 2006 में 'लगे रहो मुन्ना भाई' के रिलीज होने के तुरंत बाद यूएफओ मूवीज के डायरेक्शन से 7, लोक कल्याण मार्ग में फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग हुई थी। बाद में 'तारे जमीन पर' और 'पीपली लाइव' की भी प्राइवेट स्क्रीनिंग की गई थी।