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भारत में ताकत कि आंखें निकालकर हाथ में दे दे...विपक्ष के ये 10 बयान, सुनकर कांप जाएगा दुश्मन
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लद्दाख पर चीन के साथ विवाद को लेक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, जदयू, सपा, बसपा, तृणमूल, टीआरएस, बीजद, वाईएसआर कांग्रेस समेत पूर्वोत्तर के प्रमुख दल शामिल हुए। विपक्ष ने एकजुट होकर इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़े होने की बात कही। वहीं, पीएम मोदी ने भी साफ कर दिया कि न कोई भारत की सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें सबक सिखाया गया। वहीं, विपक्षा दलों ने भी एकजुट होकर चीन के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। विपक्ष के नेताओं के हम ऐसे ही 10 बयान बता रहे हैं, जिन्हें सुनकर दुश्मन भी कांप जाएगा।
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शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, भारत शांति चाहता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन का स्वभाव विश्वासघात है। भारत मजबूत है मजबूर नहीं। हमारी सरकार की क्षमता है कि दुश्मन की आंखें निकलकर हाथ में दे देना। उन्होंने कहा, हम सब एक हैं। हम आपके साथ हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव पीएम मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा, राष्ट्र एक है। पाकिस्तान और चीन की नीयत अच्छी नहीं है। भारत चीन का डंपिंग ग्राउंड नहीं होगा चाहिए। चीनी सामानों पर 300% शुल्क लगाए।
जदयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा, पूरे देश में गुस्सा है। इस मुद्दे पर कोई भी आपसी विवाद नहीं होना चाहिए। हम एक साथ हैं। पार्टियों को किसी भी तरह की असमानता नहीं दिखानी चाहिए। भारत ने चीन को हमेशा सम्मान दिया है लेकिन चीन ने 1962 में क्या किया? भारती बाजार में चीनी सामान की बाढ़ बहुत बड़ी समस्या है। हमें एक साथ रहना है और केंद्र को सपोर्ट करना है।
टीआरएस चीफ और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर ने कहा, कश्मीर पर पीएम के फैसले से चीन भड़का हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीएम के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान ने चीन को झकझोर दिया है।
तृणमूल अध्यक्ष और प बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, चीन लोकतांत्रिक नहीं है। वहां एक तानाशाही हैं। वे जो महसूस करते हैं वह कर सकते हैं। दूसरी ओर हमें साथ काम करना होगा। भारत जीत जाएगा, चीन हार जाएगा। एकता के साथ बोलिए। एकता के साथ सोचें। एकता के साथ काम करें। हम ठोस रूप से सरकार के साथ हैं।
डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने कहा, जब भी देशभक्ति की बात आती है तो हम सभी एक हैं।
बीजद नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा, चीन ने इतिहास को दोहराया है। एक बार फिर उसने अंधेरे में कायरतापूर्वक हमारे सैनिकों पर हमला किया है। हम पूरी तरह से और बिना शर्त सरकार के साथ खड़े हैं।
वाईएसआर कांग्रेस के चीफ और आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने कहा, प्रधानमंत्री जी आप हमारी ताकत हैं। भारत से कई लोग जल भी रहे हैं। चीन भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।
एनपीपी प्रमुख कोनराड संगमा ने सीमा पर इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने का काम नहीं रुकना चाहिए।
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष और सीएम प्रेम सिंह तमांग ने कहा, हमें प्रधानमंत्री में पूरा भरोसा है। इससे पहले भी जब राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले उठे तो प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक फैसले लिए हैं।