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नेताजी की 28 फीट ऊंची और 6 फीट चौड़ी ग्रेनाइट मूर्ति बदलने जा रहा 'इंडिया गेट' का इतिहास, जानिए कुछ फैक्ट्स
नई दिल्ली. इंडिया गेट के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। यहां भारत की आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस( Netaji Subhas Chandra Bose) की ग्रेनाइट से बनी भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। जब तक यह प्रतिमा तैयार नहीं होती, उस जगह पर होलोग्राम मूर्ति(hologram statue) स्थापित की जा रही है। इसका अनावरण 23 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (prime Minister Narendra Modi) करने जा रहे हैं। इस संबंध में PM ने tweet किया है। नेताजी की जो भव्य प्रतिमा बन रही है, उसकी लंबाई-चौड़ाई (dimensions) करीब 28 फीट और 6 फीट होगी। बता दें कि नई दिल्ली के केंद्र में 42 मीटर ऊंचा इंडिया गेट है। यह उन 70,000 भारतीय सैनिकों को शहादत को याद दिलाता है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना के लिए लड़ते हुए अपनी कुर्बानी दी थी।
| Published : Jan 21 2022, 02:19 PM IST / Updated: Jan 21 2022, 03:15 PM IST
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बता दें कि देश बोस की 125वीं जयंती मना रहा है। यह तब तक इंडिया गेट पर रहेगी, जब तक कि वहां नेताजी की भव्य प्रतिमा बनकर तैयार नहीं हो जाती।
जब इंडिया गेट बना, तब यहां यूनाइटेड किंग्डम(UK) के राजा जार्ज पंचम(George V) की प्रतिमा स्थापित की गई थी। उसे बाद में बुराड़ी रोड स्थित कोरोनेशन पार्क (Coronation Park) में शिफ्ट कर दिय गया था। अब उसी चबूतरे(स्तम्भ) पर नेताजी की मूर्ति विराजेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह ऐलान तब किया, जब 21 जनवरी को इंडिया गेट पर जल रही अमर जवान ज्योति को नेशनल वॉर मेमोरियल की लौ में विलीन यानी मर्ज किया गया है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक इंडिया गेट से महज 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक देश को सौंपा था।
इंडिया गेट नई दिल्ली के राजपथ पर स्थित 42 मीटर ऊंचा विशाल युद्ध स्मारक प्रतीक है। यह स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय स्मारक है, जिसे पूर्व में किंग्सवे कहा जाता था। इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियन्स ने तैयार किया था। यह स्मारक पेरिस के आर्क डे ट्रॉयम्फ़ से प्रेरित है। इसे सन् 1931 में बनाया गया था।
इंडिया गेट स्मारक लाल और पीले बलुआ पत्थरों से बना हुआ दर्शनीय स्थल है। जार्ज पंचम की मूर्ति शिफ्ट किए जाने के बाद यह एक छतरी भर बनकर रह गई थी, जिसमें नेताजी की मूर्ति बैठाई जाएगी।