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2020 में नहीं, 2021 में आएगी कोरोना वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया सबसे पहले किसे लगेगा टीका
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Corona virus) के 47 लाख मामले सामने आ चुके हैं। हर रोज 90 हजार से ज्यादा केस मिल रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harshvardhan) ने कोरोना वैक्सीन को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा, उम्मीद है कि 2021 तक कोरोना की वैक्सीन आ सकती है। हालांकि, उन्होंने कहा, डेट बताना मुमकिन नहीं होगा।
| Published : Sep 13 2020, 08:20 PM IST
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स के सवालों का जवाब दे रहे थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वैक्सीन आने के बाद सरकार का पूरा फोकस हाई रिस्क वालों पर होगा। बीमार, बुजुर्ग, हेल्थ वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन दी जाएगी।
वैक्सीन बनाने में सभी तरह की सावधानी बरती जा रही
डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि वैक्सीन को जल्द से जल्द ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके, इसके लिए नेशनल एक्सपर्ट कमेटी प्लान बना रही है। इसी के साथ वैक्सीन बनाने में सभी तरह की सावधानी बरती जा रही है।
जानवरों पर ट्रायल में सफल हुई स्वदेशी वैक्सीन
इससे पहले भारत बायोटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन 'कोवैक्सिन' (Covaxin) का जानवरों पर ट्रायल सफल रहा। कंपनी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी थी। फिलहाल वैक्सीन का भारत में तमाम जगहों पर फेज 1 का ट्रायल चल रहा है। इसी महीने से कंपनी दूसरे फेज का ट्रायल शुरू करेगी।
भारत बायोटेक ने 29 जून को वैक्सीन बनाने का ऐलान किया था। इस वैक्सीन को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) और भारत बायोटेक ने मिलकर बनाया है।
इस वैक्सीन का पहले चरण का ट्रायल 15 जुलाई को शुरू किया गया था। देशभर में 17 जगहों पर ट्रायल चल रहा है। अब दूसरे चरण का ट्रायल जल्द शुरू होना है।
कब मिलेगी कोरोना वैक्सीन?
भारत में Bharat Biotech, Zydus Cadila, Serum Institute समेत करीब 7 कंपनियां कोरोना वैक्सीन बनाने में जुटी हैं। हालांकि, सीरम इंस्टिट्यूट ने ऑक्सफर्ड वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है।
उधर, कोवैक्सिन' जल्द ही दूसरे चरण का ट्रायल शुरू करेगी। इसके तहत 750 लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। वहीं, तीसरे चरण में हजारों वॉलंटियर शामिल होंगे। भारत बायोटेक की मानें तो वैक्सीन अगले साल पहली तिमाही तक उपलब्ध हो जाएगी।