- Home
- National News
- सुशांत सिंह मौत में 5 बड़ी लापरवाही, जो नहीं की गई होती तो शायद आज हत्यारा पकड़ा जाता!
सुशांत सिंह मौत में 5 बड़ी लापरवाही, जो नहीं की गई होती तो शायद आज हत्यारा पकड़ा जाता!
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई लगातार दूसरे दिन पूछताछ कर रही है। सबसे पहले सुशांत के कुक नीरज से पूछताछ के बाद सिद्धार्थ पिठानी से सवाल पूछे जा रहे हैं। सिद्धार्थ पिठानी ही सुशांत के रूममेट थे। इस केस में लगातार मुंबई पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। सीबीआई उनसे भी कई सवाल कर रही है। ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि वह 5 लूपहोल्स क्या हैं, जिनकी वजह से सुशांत केस एक गुत्थी बनकर रह गया है।
| Published : Aug 22 2020, 03:02 PM IST / Updated: Aug 24 2020, 10:55 AM IST
- FB
- TW
- Linkdin
रिया चक्रवर्ती का मॉर्चरी में जाना
सुशांत की मौत के अगले दिन रिया चक्रवर्ती कूपर हॉस्पिटल की मॉर्चुरी में उनकी डेडबॉडी के साथ करीब 45 मिनट तक रहीं। दरअसल, टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है उनके पास रिया का एक वीडियो है, जिसमें दिख रहा है कि रिया हॉस्पिटल की मॉर्चुरी में जा रही हैं। फिर वहां से करीब 45 मिनट बाद बाहर निकलती हैं। वीडियो सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि रिया को मॉर्चुरी में जाने की इजाजत किसने दी? यहां पुलिस और मृतक के परिजनों की इजाजत के बिना कोई नहीं जा सकता है। फिर रिया अंदर कैसे गईं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में टाइम न लिखना
सुशांत सिंह राजपूत केस में बड़ा सवाल पोस्टमार्टम पर उठ रहे हैं। दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का टाइम ही नहीं लिखा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुशांत की मौत कब हुई, यह जानना बहुत जरूरी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट क्रास चेक न करना
सीबीआई ने पड़ताल के दौरान पूछा कि सुशांत कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को क्रासचेक क्यों नहीं किया गया? इसके जवाब में मुंबई पुलिस ने कहा है कि वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट के डिटेल में आने का इंतजार कर रहे थे। सुशांत की ऑटोप्सी करने वाले 5 डॉक्टर्स की स्टेटमेंट को दर्ज किया गया था और उसके आधार पर हमें इस केस में कुछ भी झोल नजर नहीं आया।
पंखे से लटकी सुशांत की कोई तस्वीर नहीं
सबसे बड़ा झोल तो यही है कि उनके रूममेट सिद्धार्थ पिठानी के अलावा किसी ने भी सुशांत के शव को पंखे से लटका हुआ नहीं देखा। शक तक भी पैदा होता है, जब सिद्धार्थ कमरे की कई फोटो लेते हैं लेकिन पंखे से लटके सुशांत की फोटो नहीं लेते। इतना ही नहीं, पुलिस के आने से पहले क्राइम सीन से छेड़छाड़ भी करते हैं।
2 महीने तक एफआईआर दर्ज नहीं करना
सुशांत केस में बिहार में एफआईआर दर्ज है। मुंबई पुलिस ने 2 महीने तक पूछताछ की, लेकिन किसी तरह की एफआईआर दर्ज नहीं की। ऐसे में सवाल उठते हैं कि मुंबई पुलिस ने दो महीने तक कोई एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की। एफआईआर दर्ज होने के बाद शायद केस में कुछ तेजी की उम्मीद होती।