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निर्दयी मां ने 1 माह की बेटी को दी दर्दनाक मौत, मासूम से इतनी नफरत कि लोगों के रोंगटे खड़े हो गए
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे एक गांव में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निर्दयी मां ने अपनी फूल सी एक महीने की बेटी को दर्दनाक तरकी से मौत के घाट उतार दिया। महिला अपनी लाडो से इतनी नफरत करती थी कि मासूम बिलखती रही, लेकिन उसका दिल पसीजा तक नहीं। ना ही एक बार उसे पलटकर देखा। जिस किसी ने बच्ची को देखा उसके मुंह से यही निकला कि ऐसी हत्यारिन और कलयुगी मां हमने आज तक नहीं देखी, जिसको 9 महीने तक पेट में रख सारे दर्द सहे और पैदा होते ही उसको मार डाला।
| Published : Sep 19 2020, 12:15 PM IST
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दरअसल, यह खौफनाक घटना भोपाल के खजूरी कला थाना इलाके में सामने आई है। जहां बड़े तालाब के पास शीतला माता मंदिर परिसर में शुक्रवार सुबह पानी में एक मासूम का शव मिला। पुलिस ने बच्ची की शिनाख्त कर उसके घर तक पहुंची और आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
21 वर्षीय आरोपी महिला सरिता ने अपनी एक माह की बेटी किंजल को पानी की टंकी में डुबो-डुबोकर मार डाला। युवती ने इस घटना को अंजाम बेटे की चाहत में अंजाम दिया है। शुरूआती पूछताछ में वह पुलिस से खुद को बचाने के लिए अंधविश्वास की आड़ यानी खुद पर जादू-टोना का साहारा लेते रही। लेकिन जब कड़ाई से पूछा तो सारा राज उगल दिया।
डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि आरोपी महिला 11 लोगों के परिवार में रहती है, घटना वाले दिन परिवार के सभी लोग खेत में काम करने के लिए चले गए। घर में सरिता अपनी बेटी किंजल के साथ थी, इस दौरान उसने दोपहर में वह जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। जहां उसने पड़ोसियों को बताया कि उसकी बेटी कहीं चली गई है, कोई उसका अपहरण करके ले गया है। लेकिन पुलिस को महिला पर शक हुआ और उससे पूछताछ की गई तो सारी सच्चाई सामने आ गई।
बता दें कि आरोपी सरिता की एक साल पहले भोपाल से सटे डेहरिया खजूरी गांव के सचिन मेवाड़ा किसान से शादी हुई थी। जहां एक महीने पहले दोनों की पहली संतान किंजल हुई, लेकिन बेटी का जन्म होने के बाद से ही ससुराल परिवार में कोई खुश नहीं था। हर वक्त वह महिला को बेटी के नाम पर ताने देते रहते थे। इन सब से निपटने के लिए उसने मासूम को मारने का प्लान बनाया ताकि किसी को उस पर शक ना हो। इसलिए उसने बच्ची का अपहरण का बहाना भी बना दिया।
सरिता पूछताछ के दौरान पुलिस को गुमराह करती रही। इस दौरैान वह पुलिस से बात करते हुए कई बार बेहोश हुई। फिर उसने बताया कि पहले मैंने पीने के पानी की टंकी में बच्ची को डुबो दिया और फिर ऊपर से ढक्कन लगा दिया। ताकि उसके रोने के आवाज किसी को सुनाई ना दे।