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100 साल पुराने कुएं में 4 मजदूर की दर्दनाक मौत, 16 घंटे चले रेस्क्यू के बाद भी हार गए जिंदगी की जंग
शाजापुर. मध्य प्रदेश के शाजापुर में निर्माणधीन कुएं गिरने से 4 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। 16 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी उनको जिंदा नहीं बचाया जा सका। चारों की शव बाहर निकाल लिए गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। बता दें कि मंगलवार शाम कुएं में काम करते हुए दीवार धंसने से मजूदर मलबे में दब गए थे।
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दरअसल, जिले के मोहन बड़ोदिया थाना क्षेत्र के बिजनाखेड़ी में गांव में 100 साल पुराने कुएं में निर्माण चल रहा था। इसी दौरान अचानक इसकी दीवार धंस गई और चारों में इसमें दब गए। मजदूरों के गिरते ही हड़कंप मच गया और फौरन राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।
हादसे की जानकारी लगते ही शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन और एसपी पंकज श्रीवास्तव प्रशासनिक अधिकारिया के साथ मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू टीम ने 6 जेसीबी और दो पोकलेन मशीन के साथ मलबे को हटाने का काम किया। लेकिन बारिश और अंधेरा होने के कारण मंगलवार रात रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा था।
मलबे में दबकर मरने वाले चार मजदूरों में तीन महिला हैं। कंकुबाई पति तेजुलाल (35), भूरीबाई पति भारतसिंह (25), लीलाबाई पति बदामसिंह और रामलाल पिता पृथ्वीसिंह, के नाम शामिल हैं।
करीब 16 घंटे तक मजदूर मलबे में दबे रहे, जिसके चलते उनकी मौत हो गई।
बुधवार सुबह 7 बजे से शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन आज साढ़े 11 बजे तक चला। लेकिन इसके बाद भी उनको नहीं बचाया जा सका।
कुए का मलबा हटाने के लिए रेस्क्यू टीम ने पास में एक गड्ढा खोदा ताकि मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा सके।
जब तक कुएं में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, तब तक सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे।