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सीधी बस हादसे की सबसे दर्दनाक तस्वीरें: शवों को कतार में रख ओढ़ाए कफन, लाशों के बीच छाती पीटते रहे परिजन
सतना (मध्यप्रदेश). सीधी में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। इस एक्सीडेंट में मरने वालों की संख्या 51 तक जा पहुंची है। NDRF-SDRF और स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य समाप्त कर दिया है। अब तक 28 पुरुष, 22 महिलाएं और 1 बच्चे के शव के निकाल चुके हैं। शासन-प्रशासन इस हादसे का जिम्मेदार ड्राइवर को माने या मालिक को, लेकिन उनका क्या जिनकी सांसे थम गईं। जैसे ही यह बस नगर में गिरी तो पूरे इलाके में कोहराम मच गया, आसपास के कई गांव के छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े नहर किनारे टकटकी लगाए खड़े हो गए। सभी भगवान का नाम ले रहे थे, कि इस एक्सीडेंट में कोई उनका अपना ना हो। लेकिन अब जो तस्वीरें सामने आईं हैं उनको देख हर किसी का कलेजा फटा जा रहा है। आइए देखते हैं इस हदय विदारक घटना की सबसे डरावनी तस्वीरें...
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हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गया। कुछ ही देर बाद गहरे पानी से एक-एक कर शवों को निकालने लगे। आलम यह था कि देखते ही देखते नहर के किनारे पर शवों की लंबी कतार लगने लगी। रोते-बिलखते परिजन मृत लोगों में से अपनों की तलाश करते रहे। यह सोचते यह हमारे किसी अपने की ना हो। (फोटो दैनिक भास्कर)
NDRF-SDRF और स्थानीय प्रशासन की मदद से करीब 4 बजे तक 51 शव निकाले जा चुके हैं। जैसे-जैसे रेस्क्यू टीम नहर से शव निकाल रही थी, वैसे-वैसे जिला पुलिस के जवान शवो को किनारे रख उनपर कफन ओढ़ा रहे थे। लेकिन परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था, वह शवों के चेहरे से कफन हटा-हटाकर अपनों को ढूंढने में लग जाते।
हादसे के बाद घटनास्थल से बेहद दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। कोई मां बिलखते हुए अपने बेटे को खोज रही है तो कोई पति को तलाश कर रही है। लोग इधर-उधर भटक रहे हैं।
जब पुलिसकर्मी शवों को लेकर पुलिस गाड़ी में पोस्टमार्टम के लिए रखते तो परजिन गाड़ी से झूम जाते और अपनों का चेहरा देखने लग जाते। तस्वीर में देखिए सिपाही शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाता हुआ।
तस्वीर में दिखाई दे रही यह महिला इस तरह बिलख रही है कि उसकी चीखों ने हर किसी की आंखें नम कर दीं। वह बार-बार कहे जा रही थी कि हे मेरे भैया मुझे मेरा बेटा लौटा दो। मुझे उस डूबती बस के पास लेकर चलो।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक ने इस भयानक हदासे पर दुख जताया है। पीएम राहत कोष के तहत मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। वहीं 5 लाख रुपए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को शिवराज सरकार देगी।