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कमलनाथ से सिर्फ एक मुलाकात और इस डिप्टी कलेक्टर ने दे दिया इस्तीफा, खुद बताया क्यों छोड़ी ये नौकरी
भोपाल. मध्यप्रदेश में इस वक्त उपचुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इसी बीच प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा के ज्वाइंट कलेक्टर पद से अफसर रमेश सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि उन्होंने यह फैसला एमपी कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ से मिलने के बाद लिया है। उन्होंने खुद कहा कि अब वह राजनीति में जाएंगे और अनूपपुर की जनता की सेवा करेंगे। हालांकि, अभी कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई सहमति नहीं जताई गई है।
| Published : Sep 16 2020, 12:48 PM IST / Updated: Sep 16 2020, 12:52 PM IST
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दरअसल, रमेश सिंह 2006 बैच के राज्य प्रशासनिक अधिकारी हैं। फिलहाल वह शहडोल में संयुक्त कलेक्टर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। मंगलवार को कलेक्टर रमेश सिंह अपना इस्तीफा (वीआरएस-स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) देने भोपाल मंत्रालय पहुंचे थे। एक दिन पहले उन्होंने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की थी।
बता दें कि कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए 15 प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। इस लिस्ट में अनूपपुर सीट से विश्वनाथ सिंह को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन अब ऐसी खबरें मीडिया में सामने आ रही हैं कि कांग्रेस जल्द ही इस सीट से उम्मीदवार बदल सकती है। रमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बना सकती है। भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यहां से शिवराज सरकार में मंत्री बिसाहूलाल सिंह उम्मीदवार होंगे। जो कुछ महीनों पहले ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं।
मीडिया से बात करते हुए रमेश सिंह ने कहा-आने वाले समय में मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। अनूपपुर विधानसभा सीट से मेरे नाम पर सहमति बनी है, इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा-अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र पिछड़ा इलाका है, में यहां के लोगों और इलाके का विकास करना चाहता हूं। इसिलिए राजनीति में जाना चाहती हूं।
रमेश सिंह ने कहा कि मैंने कई जिलों में नौकरी की है, लेकिन किस्मत से मुझे अपने ही जिले में काम करने का मौका नहीं मिला। सरकारी नौकरी में रहकर मैं जिले के लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था। कांग्रेस पार्टी ने मुझे यह मौका दिया तो मैंने उसको स्वीकार कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि इंदिरा गांधी के जमाने से ही मेरा कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। मेरे पिता जी हमेशा से ही कांग्रेस पार्टी के पक्षधर रहे हैं। जब कमलनाथ जी ने मुझे टिकट देने का कमलनाथ के आश्वासन दिया तो मैंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। (यह वही इस्तीफा है जिसको अधिकारी ने दिया है)