- Home
- States
- Madhya Pradesh
- कृष्ण की अनोखी भक्त: जिनके लिए रोज चमत्कार करते हैं भगवान, कान्हा ने सपने में कहा तुम मेरी प्रिय गोपी
कृष्ण की अनोखी भक्त: जिनके लिए रोज चमत्कार करते हैं भगवान, कान्हा ने सपने में कहा तुम मेरी प्रिय गोपी
सीहोर (मध्य प्रदेश). आज पूरे देश में रात 12 बजते ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। भक्तों ने जन्माष्टमी त्यौहार मनाने के लिए और अपने भगवान से आर्शीवाद लेने के लिए तरह-तरह की तैयारी कर रखी है। इस बीच हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी भक्त के बारे में जिनकी तुलना लोग मीरा बाई से करते हैं। जिन पर भगवान की कृपा ऐसी है कि इलाके के लोग रोजाना उनका चमत्कार देखने के लिए आते हैं। आइए जानते हैं ऐसी भक्त के बारे में..जिनके सपने में आते हैं भगवान
- FB
- TW
- Linkdin
)
दरअसल, इन महिला भक्त का नाम सुनीता बाई वर्मा है जो कि मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के एक मोलगा गांव की रहने वाली हैं। वह रोजाना सुबह-शाम घंटों भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन रहती हैं। उनका ज्यादातर समय कृष्ण भक्ति में ही गुजरता है। इलाके के लोग उनको भगवान कृष्ण की सबसे प्रिय गोपी मानते हैं और उनके दर्शन करने के लिए भीड़ लगी रहती है।
बता दें कि भक्त सुनीता पर ईश्वर की ऐसी कृपा है कि वह जैसे ही कान्हा की पूजा कर अपनी आसन से उठती हैं तो उनके हाथ में मक्खन खुद ब खुद आ जाता है। उनके साथ ऐसा कोई विशेष दिन नहीं, बल्कि रोजाना होता है। जिसे वह प्रसाद के रूप में अपने गांव को बांट देती हैं। यह चमत्कार देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
कृष्ण भक्त सुनीता वर्मा ने बताया कि वह बचपन से ही कान्हा की भक्ती में लीन हैं। उन्हें कृष्णा के सिवा जीवन में कुछ प्यारा नहीं हैं। इतना ही नहीं उनका कहना है कि बचपन में श्रीकृष्ण ने खुद मेरे सपने में आकर कहा था कि तुम मेरी सबसे प्यारी गोपी हो।
इतना ही नहीं सुनीता वर्मा का कहना है कि भगवान ने उन्हें सपने में आकर कहा था कि द्वापर युग में मेरी सारी गोपियां तुमसे मक्खन छीनकर खा जाया करती थीं। अब तुम्हे ऐसा वरदाता देता हूं कि जैसी ही पूजा करने के बाद अपने आप तुम्हारे हाथों में मक्खन आ जाएगा।
बता दें कि सुनीता बाई की शादी साल 1990 में भोपाल में हुई थी। उनके पति ओमप्रकाश वर्मा सेना में सैनिक थे, जो जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए। उनके जाने के बाद जब मैं भगवान की भक्ति करती तो ससुराल वाले विरोध करते थे। इसके बाद में अपने मायके आ गई और यहां रहने लगी। गांव के लोग उनको साध्वी कहते हैं, उनके घर में सुनीता बाई ने भगवान कृष्ण का एक बड़ा मंदिर बनवाया है। जिसका खर्च खुद उन्होंने वहन किया है।