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टीचर्स डे: CM शिवराज से योगी-केजरीवाल तक, कैसी थी इनकी स्टूडेंट लाइफ..गुरु उन्हें कैसा छात्र मानते थे
लखनऊ/भोपाल. Happy Teachers Day 2021: 5 सितंबर यानि शिक्षक दिवस, यह तारीख भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह दिन पूरे देश में टीचर्स डे के रूप में मनाया जाता है। एक शिक्षक का किसी भी छात्र के जीवन में खास महत्व होता है। इन्हीं से शिक्षा लेकर व्यक्ति आगे चलकर अपना करियर बनाता है। कोई बड़ा ऑफिसर बनता है तो कोई बिजनेसमैन। इतना ही नहीं नेता हो या फिर अभिनेता, सभी अपने जीवन में गुरु के बगैर कुछ भी सीख नहीं सकते। एक शिक्षक ही जो समाज और एक राष्ट्र का भी निर्माण करता है। इस मौके पर आइए जानते हैं देश की ऐसे 4 मुख्यमंत्रियों के बारे में जिन्हें उनके गुरु उन्हें कैसा छात्र मानते थे। पढ़िए सीएम शिवराज से लेकर योगी स्टूडेंट लाइफ...
| Published : Sep 05 2021, 11:58 AM IST / Updated: Sep 05 2021, 06:22 PM IST
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी स्कूली पढ़ाई राजधानी भोपाल के मॉडल स्कूल से पढ़ाई की है। मॉडल स्कूल से ही उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत भी थी। एक इंटरव्यू के दौरान उनके टीचर और माडल स्कूल के शिक्षक केसी जैन ने बताया था कि छात्र जीवन में शिवराज कैसे थे। केसी जैन के मुताबिक, स्कूल में सबसे शरारती छात्रों में से एक थे। उनकी शरारतों से स्कूल के सभई टीचर परेशान हो गए थे। इतना ही नहीं इसके लिए उन्हें डांट और पिटाई भी लगती थी। सीएम शिवराज ने भोपाल के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से एम ए की पढ़ाई की है, उन्होंने दर्शनशास्त्र से एमए में गोल्ड मेडल जीता है।
सीएम शिवराज: शिक्षक केसी जैन के मुताबिक, एक बार जब मॉडल स्कूल के बच्चों की ट्रिपर गोवा गई हुई थी। तो लौटते वक्त सभी स्टूडेंट काफी शरारत कर रहे थे। सभी को चुप रहने का कह गया, लेकिन कोई नहीं सुन रहा था। इसके चलते शिवराज को पहले तो डांट पड़ी, फिर दो-तीन चांटे भी लगे थे। इस दौरान रास्ते में जब बस के ब्रेक फेल हुए तो शिवराज सबसे पहले निडरता दिखाते हुए मदद करने के लिए आगे आए थे। वह छात्र जीवन में भी बेबाकी के चलते सभी छात्रों के प्रिय थे। अगर उनको गलत बात पसंद नहीं आई तो वह इसका खुलकर विरोध करते थे। उनमें राजनीति के गुण छात्र जीवन से ही आए थे। यहीं से छात्र संघ चुनाव में सभी छात्रों ने ही शिवराज का नाम आगे बढ़ाया था। मॉडल स्कूल से ही उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत भी हुई। वह आज भी मध्य प्रदेश के सीएम बनने के बाद शिक्षकों के प्रति सम्मान रखते हैं।
सीएम योगी: यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिक्षक नागेंद्र नाथ वाजपेयी हैं। जो राजकीय इंटर कालेज गजा टिहरी में योगी के क्लास 9-10 में अध्यापक रहे हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि योगी जो कि पहले अजय मोहन विष्ट से मेरे छात्र थे। उनकी गणित और विज्ञान विषय में पढ़ने की ज्यादा रुचि थी। वह स्कूल के बाद मेरे घर पर गणित सीखने आते थे। उनके साथ में उनके बड़े भाई मानवेंद्र विष्ट और छोटे भाई महेंद्र विष्ट एक ही स्कूल में पढ़ते थे। उनमें गरुओं और माता-पिता के प्रति संस्कार और अनुशासन बचपन से ही था। वह स्कूल में हमेशा आगे की पहली सीट पर बैठते। उनका शुरू से ही अध्यात्म के प्रति झुकाव था। उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड से गणित में स्नातक किया हुआ है।
सीएम केजरीवाल: देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी स्कूली पढ़ाई हरियाणा के हिसार से की हुई है। हिसार के कैंपस स्कूल से उन्होंने नौवी और दसवीं की हुई है। इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई केजरीवाल ने हिसार के डीएन कॉलेज से की। केजरीवाल के एक क्लासमेड और स्कूली साथी डॉ. गगन मल्होत्रा ने बताया कि अरविंद स्कूल में बहुत शांत रहते थे, लेकिन तेजतर्रार स्टूडेंट्स थे, उऩको देखकर ऐसा नहीं लगता था कि वह आगे चलकर एक नेता बनेंगे। लेकिन वह गलत चीज का खुलकर विरोध करते थे। एक तो वह ज्यादा बात नहीं करते थे, जब कोई मुद्दा आता तो उसकी पूरी गहराई तक जाते थे। स्कूल के सारे टीचर उनको अपना प्रिय छात्र मानते थे। पढ़ाई में वह स्कूल के सबसे टॉप स्टूडेंट में से एक थे। केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मकैनिकल इंजिनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है।
नीतीश कुमार: यह तस्वीर में दिखाई देने वाले बुजुर्ग शख्स बिहार के मुख्यमंत्री के शिक्षक 93 साल के जगत नारायण सिंह हैं। जिन्होंने नीतीश कुमार को श्रीगणेश उच्च विद्यालय में पढ़ाया है। वह पटना जिले के बख्तियारपुर के रहने हैं, उन्होंने नीतीश कुमार को श्रीगणेश स्कूल से दसवीं तक की शिक्षा दी हुई है। टीचर जगत नारायण सिंह एक इंटरव्यू के दौरान सीएम का एक किस्सा बताया था कि एक बार नीतीश मालगाड़ी की बोगी के नीचे से गुजर रहे थे। संयोगवश उनकी नजर पड़ गई। वे हैरान रह गए। स्कूल पहुंचने पर इसके लिए उन्होंने अपने प्रिय छात्र को फटकार भी लगाई थी। आगे से ऐसा नहीं करने की नसीहत दी। नीतीश कुमार ने कहा कि आगे से ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार स्कूल में अनुशासित रहते थे और शिक्षकों का काफी सम्मान किया करते थे। नीतीश ने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब एनआईटी पटना) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की हुई है। इतना ही नहीं कुछ समय तक बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में काम भी किया। इसके बाद में नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए।