- Home
- States
- Madhya Pradesh
- एक्शन में शिवराज..CM बनते ही पहले दिन डिप्टी कलेक्टर को हटाया, अफसर को इस बात की चुकानी पड़ी कीमत
एक्शन में शिवराज..CM बनते ही पहले दिन डिप्टी कलेक्टर को हटाया, अफसर को इस बात की चुकानी पड़ी कीमत
राजगढ़/भोपाल. शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद संभालते हुए एक्शन में आ गए। उन्होंने पहले ही दिन राज्य के कई आईएएस और आईपीएस अफसरों का तबादला किया। इतना ही नहीं सीएम ने सीएए के समर्थन में रैली कर रहे प्रदर्शनकारियों कों थप्पड़ मारने वाली कलेक्टर और एसडीएम (डिप्टी कलेक्टर) को भी हटा दिया है। इसके अलावा शिवराज सरकार ने रीवा नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव को हटा दिया है।
| Updated : Mar 25 2020, 12:12 PM
3 Min read
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
112
)
बता दें कि जनवरी के महीने में राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा उस वक्त चर्चा में आईं थीं जब उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून समर्थित प्रदर्शनकारियों को तिरंगा यात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की थी। उस वक्त जब प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी तो बीजेपी के नेताओं ने दोनों महिला अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। तब शिवराज सिंह ने कहा था कि आज का दिन लोकतंत्र के इतिहास में काले दिनों में गिना जाएगा।
212
राज्य सरकार के कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गोड़ मुखर्जी ने मंगलवार (24 मार्च) की रात को आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक निधि निवेदिता को राजगढ़ के कलेक्टर पद से हटाकर उप सचिव बनाया गया है। निधि निवेदिता की जगह नीरज कुमार सिंह को राजगढ़ कलेक्टर बनाया गया है, जबकि सभाजीत की जगह अब अर्पित वर्मा रीवा नगर निगम कमिश्नर होंगे।
312
प्रिया एक साधारण परिवार से हैं। ज्यादा फीस होने की वजह से वह कोचिंग नहीं कर सकी। घर पर ही रहकर सेल्फ स्टडी की। घर पर 13 से 14 घंटे पढ़ाई करने के बाद यह मुकाम हासिल किया है।
412
प्रिया वर्मा इंदौर के पास के गांव मांगलिया की रहने वाली हैं। महज 21 साल की उम्र में ही डीएसपी बन गईं।
512
थप्पड़ कांड के वक्त प्रिया वर्मा की पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुईं थीं।
612
प्रिया मध्य प्रदेश लोक सेवा की परीक्षा पास कर भैरवगढ़ जेल उज्जैन जेलर बनीं। वहां उन्होंने करीब 6 महीने काम किया था।
712
चर्चा में आने के दौरान प्रिया वर्मा ने आरोप लगाया था कि भीड़ ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट और मेरे कपड़े खींचे थे। हमने कार्यकर्ताओं से कहा कि थाने चलिए, वहां बात की जाए, लेकिन ये लोग खुद को छुड़वाकर भाग रहे थे। किसी ने मेरी पीठ पर बहुत तेजी सा लात मारी थी।
812
प्रिया वर्मा ने कहा था, रैली के दौरान हंगामा बढ़ा और भाजपा वर्कर्स अभद्रता पर उतर आए। स्थिति पर नियंत्रण के लिए टीम के साथ मैं तैनात थी। रैली के दौरान एक शख्स पीछे से गालीगलौच करते हुए आगे आया। हमने उसे संभालने की कोशिश की, उसके अपशब्दों की वजह से उसे थप्पड़ मारे थे। इसके बाद लोगों ने मेरे साथ अभद्रता करना शुरू कर दिया।
912
प्रिया वर्मा ने कहा, धारा 144 लागू थी, लेकिन यह लोग 19 तारीख को ही रैली निकालने पर अड़े थे। बड़े नेताओं से जाकर हमने बात की। लेकिन इसके बाद भी रैली में हुड़दंग मचाया।
1012
उस दौरन शिवराज ने दी ब्यूरोक्रेट्स को चेतावनी देते हुए कहा था.. मैडम, आपको किसने अधिकार यह दिया था, आप एक प्रशासनिक अधिकारी हैं, क्या आपको संविधान अधिकार देता है कि जब चाहें किसी को भी थप्पड़ जड़ दें? क्या कानून आपको इसकी इजाजत देता है? मैडम आप भूलिए मत सभी का समय आता है। क्या सोचा था मैडम, आप कार्यकर्ता को थप्पड़ मार दोगे और हम चुप-चाप घरों में बैठकर भूल जाएंगे, क्या भारत माता की जय बोलने पर थप्पड़ मारे जाएंगे और हम आंख बंद करके बैठ जाएंगे। ये भूल है मैडम।
1112
अपने दोस्त के साथ हॉलिडे का लुत्फ उठाती हुईं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा।
1212
अपने दोस्तों के साथ फोटो खिंचवाती हुई डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा।