- Home
- States
- Jharkhand
- दिल को झकझोर देने वाली खबर: मां के अंतिम संस्कार करने के नहीं थे पैसे, बेबस होकर बेटे ने लगा ली फांसी
दिल को झकझोर देने वाली खबर: मां के अंतिम संस्कार करने के नहीं थे पैसे, बेबस होकर बेटे ने लगा ली फांसी
देवघर (झारखंड). कोरोना महामारी ने ऐसा दर्द दिया है जिसे इंसान जीते जी कभी नहीं भुला पाएगा। इसके कहर में कई घर उजड़ गए तो कईयों की रोजी रोटी छिन गई और वह दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हो गए। झारखड़ के देवघर से ऐसी ही एक दिल झकझोर देने वाली कहानी सामने आई है। जहां एक बेटे के पास अपनी मां के अंतिम संस्कार करने तक के पैसे नहीं थे। आखिर में उसने बेबस होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
| Published : Jun 27 2021, 01:24 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह मार्मिक घटना देवघर जिले में जसीडीह थाना क्षेत्र के चरकी पहरी गांव से शनिवार को सामने आई है। जहां किशन चौधरी नाम का युवक अपनी मां की मौत के बाद अंदर से इतना टूट गया कि उसे मरने के अलावा और कुछ नहीं दिखा। मां और बेटे की हुई मौत के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
गांव के लोगों ने बताया कि किशन की मां को पिछले तीन साल पहले लकवा मार गया था। जिसके चलते वह बीमार रहने लगी थीं। बेटे से जितना हो सकता था, उससे कहीं ज्यादा उसने मां की जान बचाने के लिए इलाजा कराया। लेकिन इलाज में पैसे खर्च होने के चलते उसकी आर्थिक हालात और खराब हो गई। लॉकडाउन की वजह से कोई काम भी नहीं मिल पा रहा था। जितनी जमा पूंजी थी वह भी खर्च हो गई, इसके अलावा और लोगों से उधार लेकर परिवार का पेट पाला। अंत में उसका वक्त ऐसा आ गया कि वह ठीक से परिवार का पेट भी नहीं भर पा रहा था। (मृतक का भाई)
जब मां की मौत हुई तो वह अंतिम संस्कार की तैयारियां करने लगा। इसके अलावा वह अंतिम क्रिया में लगने वाले सामने के लिए पैसों को जुटाने लगा। लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली तो वह टूट गया। कुछ ही देर बाद उसने अपने आप को एक कमरे में बंद कर लिया और गमछे से पंखे पर फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।
काफी देर होने के बाद जब किशन बाहर नहीं आया तो पत्नी ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इसके बाद खिड़की से झांककर देखा तो पति को फंदे पर लटका देख पत्नी के होश उड़ गए। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और शव को उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।