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इस्तीफा देने के बाद IAS रानी नागर का बड़ा खुलासा, मुझे खाने में लोहे की पिन डालकर देते थे
चंडीगढ़. अक्सर विवादों में रहने वाली हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर अपनी नौकरी से इस्तीफा देने के तीन बाद फिर चर्चा में हैं। उन्होंने ट्वीट कर यूटी गेस्ट हाउस पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि गेस्ट हाउस में उन्हें खराब खाना दिया जाता था। इतना ही नहीं मुझे भोजन में लोहे के पिन मिलाकर खान के लिए देते थे। उनके इस बयान के बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
| Published : May 07 2020, 06:30 PM IST / Updated: May 07 2020, 07:42 PM IST
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दरअसल, 4 मई को रानी नागर इस्तीफा देने के बाद बहन रीमा नगर के साथ उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में अपने गांव चली गईं थी। बता दें कि पिछले दिनों IAS अफसर ने फेसबुक पर पोस्ट कर अपनी जान को खतरा बताकर पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
रानी नागर ने अपने ट्वीट में लिखा- मैं रु. देकर यू टी गेस्ट हाऊस से जो खाना ख़रीदती थी, मुझे उस खाने में लोहे के पिन डालकर दिया जाता था। इस बारे में की गई लिखित शिकायत की प्रति संलग्न है।
आईएएस अफसर एक अन्य ट्वीट में लिखा-कर्फ्यू और लॉकडाउन में हमें खाना भी नहीं मिला। मैं और मेरी बहन रीमा नागर ने इस दौरान बड़ी मुश्किल से तरल पदार्थ आदि से अपना गुजारा चलाया।
रानी नागर ने बहन रीमा नागर के साथ 17 अप्रैल को सुबह करीब 5 बजे सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें दोनों ने अपनी जान को खतरा बताया था। आईएएस ने कहा था कि मैं लॉकडाउन खुलने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दूंगी और अपने गांव जाकर मैं और बहन साथ रहूंगी।
रानी साल 2018 में एक सीनियर आईएएस पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर चर्चा में आ चुकी हैं। इस मामले ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इतना ही नहीं, वह एक कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगा चुकी हैं। वहीं सिरसा जिले में एसडीएम रहते हुए अपनी जान को खतरा भी बताया था।
बता दें कि रानी नागर फिलहाल दिसंबर 2019 से अपनी बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 के यूटी गेस्ट हाउस में कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही थीं।
रानी 14 नवंबर 2018 से हरियाणा में अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व 7 मार्च 2020 से निदेशक अर्काइव का जिम्मा संभाल रही थीं।