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किसानों का भारत बंद: तस्वीरों में देखिए कहां-कहां है आंदोलन का असर, किस राज्य के क्या हैं हालात

हिसार/जयपुर. मोदी सरकार के लाए नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों ने देशव्यापी हड़ताल करते हुए आज भारत बंद का ऐलान किया है। जिसका असर दिल्ली सिंधु बॉर्डर से पंजाब-हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में इसका असर देखने को मिल रहा है। वहीं पंजाब और हरियाणा की मंडियां, पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन और दिल्ली ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी बंद के समर्थन का ऐलान किया है। यह तस्वीर बिहार की राजधानी पटना शहर की है, जहां  NSUI और छात्र जन अधिकार परिषद के कार्यकर्ता भारत बंद का सड़कों पर आग जलाकर उग्र प्रर्दशन कर रहे हैं। 
 

Arvind Raghuwanshi | Updated : Dec 08 2020, 12:23 PM
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किसानों के भारत बंद का कांग्रेस समेत 20 से ज्यादा राजनीतिक दलों ने किसानों के बंद का समर्थन किया है। मंगलवार सुबह से ही देश के अलग-अलग इलाकों में कई संगठन सड़कों पर उतरे हैं। वहीं संगठनों ने सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक जगह-जगह चक्का जाम करने को कहा है। उनका कहना है कि वह ऑफिस आते-जाते टाइम कर्मचारियों को भारत बंद से प्रभावित नहीं करेंगे। हालांकि यूपी, महाराष्ट्र, ओडिशा समेत अन्य राज्यों में ट्रेनें रोकी गई हैं।

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1. दिल्ली. सबसे पहले बात करते हैं देश की राजधानी दिल्ली की जहां, सिंधु-बॉडर पर देश के हाजारों किसान पिछले 13 दिन से डेरा डाले हुए हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारत बंद और इस आंदोलन समर्थन का किया है। यहां अनाज मंडी और सब्जी मंडियों के तमाम कारोबारी भी इस विरोध में शामिल होने का ऐलान पहले ही कर चुके हैं। इसके अलावा टैक्सी यूनियन ने भी भारत बंद के सपोर्ट में हैं। भारत बंद का सबसे ज्याद असर दिल्ली पर ही पड़ेगा। खास तौर से यहां की परिवहन सेवाओं पर। 

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2. पंजाब. किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर तो पंजाब पर ही पड़ेगा। क्योंकि इस राज्य से ही मोदी सरकार के नए कृषि कानून का विरोध शुरु हुआ हुआ था। प्रदेश में राज्य कर रही कांग्रेस सरकार से लेकर विपक्षी शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी बंद का समर्थन कर रही है। पंजाब पूरी तरह बंद है।
 

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3.महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने भी किसानों के भारत बंद साथ दिया है। मुंबई, पुणे कई शहरों में सरकारी और प्राइबेट ऑफिस भी बंद रह सकते हैं। वहीं राज्य में विदर्भ के किसानों ने कई जगह ट्रेनों को रोक दिया है।
 

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4.उत्तर प्रदेश. अब बात करते हैं यूपी की जहां योगी सरकार तो इस किसान आंदोलन का पहले से विरोध कर रही है। वहीं राज्य की समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भारत बंद के समर्थन में हैं। कल पूर्व सीएम अखिलेश यादव जब किसानों का साथ देने के लिए अपने आवास से निकलते थे तो यूपी पुलिस ने उनको आगे नहीं बढ़ने दिया था। जिसके चलते वह  बीच सड़क पर ही धरना देने लगे थे। यहां भी बस और रेल यात्रियों को परेशानी हो सकती है। यहां किसानों ने पहले से ही जगह जगह चक्का जाम करने का ऐलान किया है। हालांकि आवश्यक चीजे, दूध-सब्जी, फल मिलती रहेंगी। यह तस्वीर हाथरस की जहां भारत बंद को देखेते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

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5. पंजाब के बाद हरियाणा ऐसा दूसरा राज्य है जहां नए कृषि आने के बाद से विरोध होने लगा है। यहां की सिर्फ सत्तारुढ पार्टी बीजेपी को छोड़कर सभी राजनीतिक दल इस काननू के विरोध में पहले से ही हैं। यहां तक कि राज्य सरकार की सहयोगी जननायक जनता पार्टी के 5 विधायकों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। यहां भी कई जगह रास्ते जाम और चक्का जाम जैसे हालात देखने को मिल सकते हैं।

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6. मध्य प्रदेश. शिवराज सरकार पहले ही इस नए कृषि कानून के विरोध में नहीं है। लेकिन यहां किसान भी दिल्ली में पिछले 13 दिन से सिंदु-बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर डेरा डाले हुए हैं। इंदौर के कांग्रेस शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने आज भारत बंद के समर्थन में बाइक रैली निकाली है। शहर के विधायक जीतू पटवारी से लेकर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह इस कानून का जमकर विरोध कर हे हैं। हालांकि एक दिन पहले ही शहर के अपल कलेक्टर अजय देव शर्मा ने बिना अनुमति के जुलूस और रैली  निकालने का आदेश निकालने के साथ धारा 144 लगा दी है। उन्होंने कहा कि जिस किसी ने शांति भंग करन की कोशिश की उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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7. तमिलनाडु की  विपक्षी डीएमके, कांग्रेस, लेफ्ट और कमल हासन की पार्टी ने भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान किया है। वहीं आंध्र प्रदेश में भी भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। जगह-जगह   रेल और बसों को किसान रोक रहे हैं।

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8. बिहार में भी भारत बंद का असर दिख रहा है, हालांकि राज्य में सत्तारुढ पार्टी जेडीयू और भाजपा ने आंदोलन का विरोध किया है और जगह जगह पुलिस बल तैनात किया है। वहीं बिहार में मुख्य विपक्षी दल आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। किसानों ने यहां सुबह 6 बजे से ही चक्का जाम करते हुए  प्रदेश में कई जगह ट्रेनें रोकीं, रोड बंद, बवाल करने लगे।

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9. बंगाल सरकार से लेकर यहां के लाखों किसानों ने तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के साथ-साथ लेफ्ट पार्टियों ने भारत बंद का समर्थन किया है। राज्य में सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा है। बता दें कि राज्य की सभी ट्रेड यूनियनों ने भी बंद का साथ दिया है।
 

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10. राजस्थान में भी कृषि कानून के विरोध में किसानों के जरिए किया गया भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश में रोडवेज बसों के पहिए थम गए हैं। वहीं 7 लाख के करीब ट्रक-ट्रेलर भी बंद हैं। हांलाकि सीएम गहलोत के गढ़ जोधपुर में बंद का ज्यादा असर दिखाई नहीं दे रहा है।
 

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भारत बंद और किसान आंदोलन का समर्थन मं देश के तमाम राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं। जिनमें 1.कांग्रेस 2.माकपा 3.डीएमके 4.सीपीआई 5.राजद 6. एनसीपी 7.जेएमएम 8.सपा  9. शिवसेना 10.अकाली दल 11.भाकपा-माले 12. गुपकार गठबंधन 13.टीएमसी 14.टीआरएस 15.एआईएमआईएम 16. आम आदमी पार्टी 17. पीडब्ल्यूपी 18. बीवीए 19. आरएसपी 20. एफबी 21. एसयूसीआई (सी) 22. स्वराज इंडिया 23.जेडीएस 24. बसपा आदि। (मोदी सरकार के लिए बने महागठबंधन की फाइल फोटो)
 

Arvind Raghuwanshi
About the Author
Arvind Raghuwanshi
अरविंद रघुवंशी, 2012 से पत्रकारिता जगत में कार्यरत हैं। 2019 से एशियानेट न्यूज हिंदी में बतौर सीनियर चीफ सब एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं और स्टेट टीम को लीड कर रहे हैं। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (MCU) से मास्टर ऑफ जर्नलिज्म (MJ) किया है। उन्हें नेशनल, पॉलिटिक्स, क्राइम और फीचर स्टोरीज में लिखना पसंद है। जर्नलिज्म में 13 साल का अनुभव है। वह दैनिक भास्कर, पत्रिका, राष्ट्रीय हिंदे मेल जैसे मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Read More...
 
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