पोंगल पर जरूर बनाई जाती है ये 5 साउथ इंडियन डिशेज, आप भी करें ट्राई
फूड डेस्क: 15 जनवरी से लेकर 18 जनवरी तक दक्षिण भारत में पोंगल त्योहार मनाया जाएगा। यह त्योहार फसलों की कटाई के बाद नए साल के रूप में मनाया जाता है। इस दिन गुड़ और चावल उबालकर सूर्य देव को अर्पित किया जाता है। साथ ही घरों में तरह-तरह के व्यंजन भी बनाए जाते हैं। जिसमें मेदू वडा से लेकर पायसम और मीठा-नमकीन पोंगल तक शामिल होता है। तो चलिए हम आपको बताते हैं पोंगल पर बनने वाले पांच ट्रेडिशनल व्यंजनों के बारे में...
- FB
- TW
- Linkdin
)
वेन पोंगल
इसे खारा पोंगल भी कहा जाता है। जिसमें चावल, मूंग दाल और कुछ मसालों का उपयोग किया जाता है। फिर देसी घी में जीरा, काली मिर्च, कढ़ी पत्ता, अदरक और हरी मिर्च डालकर इसको तैयार करते हैं। पोंगल के दिन भगवान को भोग को इसका भोग चढ़ाया जाता है। यह सांभर और चटनी के साथ बेहतरीन लगता है।
सक्कराई पोंगल
सक्कराई एक मीठा पोंगल है, जो भगवान को भोग के लिए तैयार किया जाता है। इसे चावल, दूध, घी और गुड़ का उपयोग करके बनाया जाता है, जो हलवा जैसा दिखता है। इसके ऊपर क्रंच के लिए सूखे मेवे और मेवे डाले जाते हैं।
पाल पायसम
पोंगल का त्योहार पाल पायसम के बिना अधूरा होगा। ये खीर की तरह चावल, दूध, घी, चीनी और नट्स के से बनाई जाती है। हालांकि, इसे बनाने का तरीका अलग है, क्योंकि इसे भारी तले की कांसे के बर्तन में पकाया जाता है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाता है।
मेदु वड़ा
मेदु वड़ा साउथ इंडिया की एक फेमस डिश है, जिसे विशेष रूप से पोंगल त्योहार पर जरूर बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए पहले उड़द की दाल को भिगोया जाता है। फिर हरी मिर्च, काली मिर्च, अदरक और सुखे मसाले डालकर एक चिकना घोल बनाने के लिए ब्लेंड किया जाता है। फिर उड़द दाल के वड़े बनाकर डीप फ्राई किया जाता है।
एवियल करी
एवियल को तरह-तरह की सब्जियों (जैसे- सहजन, रतालू, गाजर, कद्दू , बीन्स ) और नारियल के साथ बनाया जाता है। साथ ही इसमें क्रीमीनेस के लिए दही भी डाला जाता है। ओणम और पोंगल उत्सव के दौरान एवियल करी परोसी जाती है।
ये भी पढ़ें: मकर संक्रांति पर क्यों खाया जाता है दही चूड़ा? जानें इसके पीछे की वजह और इसे बनाने का तरीका
मकर संक्रांति के मौके पर अपने घर आंगन में जरूर बनाएं ये 10 रंगोली डिजाइंस