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तीन आंखों वाले जादुई बच्चे को लोग कह रहे शिवजी का अवतार, आखिर क्या है बालक के त्रिनेत्र के पीछे का राज ?
फैक्ट चेक. Three Eyes Miracle Child Fact Check: लॉकडाउन और कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देख लोग दंग रह गए हैं। इसमें एक तीन आंखों वाला बच्चा नजर आ रहा है। वीडियो विदेशी भाषा में हैं और उसके पैरेंट्स उसे प्यार करते सुनाई देते हैं। 15 सेकंड का एक वीडियो वायरल है जिसमें ‘तीन आंखों वाला एक नवजात बच्चा’ देखा जा सकता है। लोगों का दावा है कि दुनिया में अब तीन आंखों वाले बच्चे पैदा होने लगे हैं। वहीं कुछ लोग इसे भगवान शिव का अवतार भी बता रहे हैं।
फैक्ट चेक (Fact Check News in Hindi) में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
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फ़ेसबुक पर तेलुगु भाषा में 2 अलग अलग मेसेज के साथ इसे शेयर किया जा रहा है। हिंदी में वीडियो को इस कैप्शन के साथ जमकर शेयर या जा रहा है-
किसी ने मुझे whatsapp पर यह अजीब बच्चे का वीडियो भेजा है...पोथुलुरी वीरा ब्रह्मेन्द्रस्वामी स्वामी द्वारा कहा गया विदेश में बच्चे का जन्म.. तीन आदमी जिसने अपनी प्यारी आँखों से मूर्ति बनाई है... जय नारायण
वायरल पोस्ट क्या है?
पोटुलुरी वीरा ब्रह्मेन्द्रस्वामी के मुताबिक़, इस बच्चे का जन्म इंडिया से बाहर हुआ है। एक और यूजर द ब्राह्मिन के मुताबिक़, धरती पर तीन आंखों वाले इंसान का आना हो चुका है।
क्या दावा किया जा रहा है?
हमने रिवर्स इमेज सर्च किया और हमें मालूम चला कि ये वायरल वीडियो 9 जुलाई को एक ट्विटर अकाउंट से आया था जिसपर चीनी भाषा में लिखे कैप्शन का अर्थ है – तीन आंखों वाला इंसान दिखा।
फैक्ट चेक
इस वीडियो को हमने कई बार देखा और पाया कि ये वीडियो एडिटिंग का एक उदाहरण है। बच्चे की बायीं (लेफ़्ट) आंख को एडिटिंग के सहारे उसके माथे पर रख दिया गया है। पूरे वीडियो में माथे पर दिख रही आंख और बच्चे की बायीं आंख का मूवमेंट एक जैसा ही है। इस दावे को इससे पहले Hoax or Fact ने 11 जुलाई को फ़ैक्ट चेक किया था।
क्या बच्चों का तीन आंखों के साथ जन्म लेना संभव है?
बच्चे एक एक्स्ट्रा आंख के साथ पैदा हो सकते हैं लेकिन ऐसा होना एक दुर्लभ घटना होती है। ऐसा एक बेहद कम केसेज़ में पाए जाने वाले जेनेटिक डिस-ऑर्डर डाईप्रॉसोपस की वजह से होता है जिसमें शरीर के अंग तो नॉर्मल होते हैं लेकिन चेहरे के कुछ हिस्से दो-दो हो जाते हैं। ये आपस में जुड़े हुए जुड़वा बच्चों की तरह का एक केस है। इस तरह के विकारों के साथ पैदा हुए ज़्यादातर बच्चे मृत पैदा होते हैं। इस विकार में अक्सर दिमाग, रीढ़ की हड्डी, दिल और कई ऑर्गन में विकृतियां उत्पन्न हो जाती हैं।
यहां ये भी जानना ज़रूरी है कि शरीर के अंगों के यूं डुप्लिकेट हो जाने के ऐसे विकार बगैर उनका स्वरुप बिगड़े नहीं होते। अगर किसी तस्वीर में आपको शरीर का कोई हिस्सा एक्स्ट्रा दिखे और वो बगैर स्वरूप में किसी बदलाव के एकदम ठीक दिखे तो उसके फ़र्ज़ी होने के चांस काफ़ी बढ़ जाते हैं।
ये निकला नतीजा
सोशल मीडिया पर चल रहे इस एडिटेड वीडियो को लोगों ने सच मान लिया। जबकि ये एक एडिटेड वीडियो जिसे छेड़छाड़ करके बनाया गया और लोगों को बेवकूफ बना दिया गया। इस पर विश्वास न करें और फेक न्यूज शेयर करने से बचें।