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जया किशोरी के क्रिसमस कैप पहनने पर हुआ विवाद, लगे ईसाई धर्म प्रचार के आरोप, FACT CHECK में जानें सच्चाई
फैक्ट चेक डेस्क. Jaya Kishori Christmas Cap: हिंदू कथावाचक जया किशोरी के लाखों में फैन्स हैं। उनके वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होते हैं। अब फेसबुक, ट्विटर पर उनकी एक तस्वीर ने बवाल मचा दिया है। इस फोटो में जया किशोरी क्रिसमस कैप पहने हुए नजर आ रही है। ये तस्वीर उनके हिंदू समर्थकों के लिए विवाद बन गई हैं। जया वायरल फोटो में लाल रंग के कुर्ते और दुपट्टे के साथ सफेद बॉर्डर वाली लाल क्रिसमस कैप में दिख रही हैं। ये फोटो जमकर वायरल हो रही है और लोग उनके ईसाई धर्म प्रचार करने पर आपत्ति जता रहे हैं।
फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
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कोलकाता में जन्मीं जया किशोरी देश की चर्चित कथावाचकों में से एक हैं और उन्हें सात दिन लंबी श्रीमद्भगवत कथा के लिए जाना जाता है। उन्होंने बहुत कम उम्र से भजन, कीर्तन और कथा करना शुरू कर दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने श्री शिक्षणाटन कॉलेज और महादेवी बिरला विश्व अकादमी, कोलकाता से अपनी पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने ओपन स्कूल के जरिये बीकॉम भी किया है। अब वह क्रिसमस वाली तस्वीर को लेकर टारगेट की जा रही हैं। आइए जानते हैं पूरा माजरा।
वायरल पोस्ट क्या है?
एक यूजर ने इस कोलाज को शेयर करते हुए लिखा, “यह सैंटा का फुग्गे वाला फोटो किसी ईसाई महिला या बॉलीवुड की सिनेमा तारिका का नहीं बल्कि हिन्दू कथा वाचिक जय किशोरी जी का है. वही जय किशोरी जी जिनके भजनों पर करोड़ों हिन्दू झूमते हैं और लाखों हिन्दू जिन्हे आदर्श मानते हैं। इनको इतना मान-सम्मान-धन-दौलत सब कुछ हिन्दू कथा वाचिक के रूप में प्राप्त हुआ पर जब सब कुछ मिल गया तब इन्हे भी अन्य कथा वाचकों की तरह सर्व धर्म समभाव का कीड़ा काटने लगा। लगता है जया किशोरी जी ने मोरारी वाले कांड से कुछ नहीं सीखा। हमें तो लगता था कि मोरारी कांड से इन लोगों की बुद्धि ठिकाने आ गई होगी पर लगता है कि एक और अभियान आवश्यक है।” फेसबुक पर ये पोस्ट काफी वायरल है।
ट्विटर पर भी बहुत सारे लोग इसे शेयर कर रहे हैं। पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “ये वही कथा वाचिका हैं जो कुछ समय पहले अपनी कथा में इस्लाम का गुणगान कर रही थीं!” एक अन्य यूजर ने लिखा, “जया जी आपका यह कृत्य शास्त्र सम्मत नहीं है सनातन परंपरा के प्रतिकूल है।”
फैक्ट चेक
कथावाचक जया किशोरी की तस्वीरों का जो कोलाज सोशल पर शेयर किया जा रहा है, उन्हें एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है। असली तस्वीरों में जया ने क्रिसमस कैप नहीं लगाई हुई है।
जया किशोरी ने 29 दिसंबर 2020 को एक ट्वीट के जरिये इस बात की पुष्टि की थी, कि क्रिसमस कैप पहने हुए उनकी जो फोटो लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, वह असली नहीं है।
जब हमने वायरल तस्वीरों को रिवर्स सर्च के जरिये तलाशा, तो पता चला कि उनमें से एक फोटो को जया ने 9 नवंबर को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया था। वहीं, दूसरी वायरल फोटो जया के ट्विटर प्रोफाइल की डिस्प्ले पिक्चर यानी डीपी है। जया किशोरी के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर मौजूद इन दोनों तस्वीरों की तुलना हमने वायरल कोलाज की तस्वीरों से की। इस तुलना से ये साफ पता चलता है वायरल तस्वीरों में क्रिसमस कैप अलग से जोड़ी गई है।
ये निकला नतीजा
हमें जया किशोरी की पिछले साल की एक फेसबुक पोस्ट मिली, जिसमें उन्होंने क्रिसमस की शुभकामनाएं दी हैं। इससे पता चलता है कि वो सभी धर्मों के प्रति आदर का भाव रखती हैं। पर कहीं भी उनकी क्रिसमस कैप वाली तस्वीर नहीं बल्कि उनकी लाल ड्रेस वाली ओरिजनल तस्वीर को फोटोशॉप करके उनके सिर पर कैप लगा दिया गया है।