MalayalamEnglishKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathi
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • KEA 2025
  • Home
  • Fact Check News
  • Fact Check. कोरोना आपदा में गरीबों को बांटी गईं 'मोदी रोटी', जानिए कब और कहां हुआ ये भंडारा?

Fact Check. कोरोना आपदा में गरीबों को बांटी गईं 'मोदी रोटी', जानिए कब और कहां हुआ ये भंडारा?

नई दिल्ली.  पूरे देश में लॉकडाउन है लोग सिर्फ जरूरत का सामान लेने के लिए बाहर निकलने की अनुमति है। जरूरतमंदों को पुलिस, सरकार और मददगार लोग खाना आदि बांट रहे हैं। देशभर में लोगों को खाना खिलाते तस्वीरें सामने आई थीं। लोगों के नेक काम देख उन्हें सराहा भी गया लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर अब कुछ ऐसी फोटोज सामने आई हैं कि लोग दंग रह गए हैं। दरअसल इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि बीजेपी वाले गरीबों के बीच बंटने वाले खाने पर भी चुनाव प्रचार कर रहे हैं। मोदी नाम की रोटियां खिलाई जा रही हैं। फैक्ट चेकिंग में आइए जानते हैं कि आखिर सच्चाई क्या है?
 

Asianet News Hindi | Updated : Apr 07 2020, 01:18 PM
2 Min read
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
16
Asianet Image
देश में चल रहे लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं। तस्वीरों के जरिए दावा किया जा रहा है किस्वीरों में कुछ रोटियों पर 'अबकी बार मोदी सरकार' का ठप्पा लगा हुआ देखा जा सकता है। हजारों वायरल पोस्ट में लोग कह रहे हैं कि कोरोना आपदा में लॉकडाउन के मद्देनजर मोटी रोट बंट रही है।
26
Asianet Image
वायरल पोस्ट क्या है? वायरल पोस्ट में दिए गए कैप्शन में लिखा है- "भाजपा वाले गरीबों की रोटी पर भी अपने चुनावी प्रचार का ठप्पा लगा रहे हैं। यह ठप्पा मजदूरों की रोटी पर ही नहीं बल्कि मुल्क के गरीबों एवं मजदूरों के गाल पर तमांचा भी है। बहुत ही शर्मनाक कृत्य"
36
Asianet Image
क्या दावा किया जा रहा ? ये तस्वीरें लॉकडाउन के बीच मोदी नाम के प्रचार के कारण छाई हुई हैं। लोगों का कहना है कि जरूरतमंदों को खाना भिजवाने के साथ सरकार अपना प्रचार भी कर रही है, हर रोटी पर अबकी बार मोदी सरकार वाला नारा छपा हुआ है, खाने की पैकिंग पर भी भाजपा और मोदी प्रचार की छपाई करवाई गई है। ऐसी सैकड़ों तस्वीरें वायरल हो रही हैं। अभी तक सोशल मीडिया पर हजारों लोग इन तस्वीरों को शेयर कर चुके हैं।
46
Asianet Image
दावे की सच्चाई क्या है? फोटो वायरल होने के बाद हमने इनकी जांच-पड़ताल की तो पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीरें लगभग छह साल पुरानी हैं और इनका गरीबों में बांटे जाने वाले खाने से कोई लेना देना नहीं। तस्वीरों को रिवर्स सर्च करने पर हमें 2014 के कुछ न्यूज आर्टिकल मिले, जिनमें इन तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था। ये तस्वीरें मई 2014 में बनारस में ली गई थीं।
56
Asianet Image
उस समय लोकसभा चुनाव के दौरान बनारस के एक होटल में 'अबकी बार मोदी सरकार' का ठप्पा लगा कर रोटियां बेंची जा रही थीं। इन्हीं रोटियों को लेकर एनडीटीवी ने भी एक खबर की थी। होटल के कर्मचारी के अनुसार, प्रशासन ने उन्हें ऐसी रोटियां बनाने पर हड़काया था जिसके बाद ऐसी रोटियां बननी बंद हो गई थीं।
66
Asianet Image
ये निकला नतीजा सोशल मीडिया का दावा कि लॉकडाउन के गरीबो को मोदी नाम की रोटियां खिलाकर प्रचार किया जा रहा है झूठा साबित होता है। ऐसी कोई खबर भी मीडिया में नहीं आई है। वायरल तस्वीरें 6 साल पुरानी हैं जो अब भ्रामक दावे के साथ शेयर की जा रही हैं।
Asianet News Hindi
About the Author
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories