- Home
- National News
- कभी बच्चे को सदन में दूध पिलाकर चर्चा में आई थी ये नेता, कार पर हुआ था आयरन रॉड से हमला
कभी बच्चे को सदन में दूध पिलाकर चर्चा में आई थी ये नेता, कार पर हुआ था आयरन रॉड से हमला
नई दिल्ली: दिल्ली में राजनीति ने जिस तरह पलटी मारी, वो वाकई हैरान करने वाला है। देश की राजधानी में ना तो अब कांग्रेस का राज चलता है ना ही बीजेपी का। आम आदमी पार्टी ने यहां काफी मजबूत पकड़ बना ली है। 8 फरवरी को फिर से दिल्ली विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में हम आपको दिल्ली की राजनीति के बड़े नेताओं की जिंदगी से जुड़ी कुछ अनकही बातें बताने जा रहे हैं। इस कड़ी में आज हम आपको आम आदमी पार्टी की लीडर सरिता सिंह के बारे में बताने जा रहे हैं। सरिता सिंह ने कम समय में ही अपने काम और जनता के हित के लिए किए गए काम से अपनी मजबूत पहचान बना ली है।
| Published : Jan 27 2020, 10:00 AM IST
कभी बच्चे को सदन में दूध पिलाकर चर्चा में आई थी ये नेता, कार पर हुआ था आयरन रॉड से हमला
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
19
सरिता सिंह अवदेश कुमार सिंह की बेटी हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सोशियोलॉजी में एमए किया है।
29
अपने छात्र जीवन में सरिता सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट लीडर रही हैं। उन्होंने जान लोकपाल मूवमेंट में काफी अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद वो आम आदमी पार्टी से जुड़ गई थीं।
39
सरिता सिंह पूर्वांचली हैं। जो ईस्ट यूपी और बिहार को रिप्रेजेंट करता है।
49
उन्होंने 2015 में दिल्ली के रोहतास नगर से चुनाव लड़ा और बीजेपी के जीतेन्द्र महाजन को 7 हजार 874 वोट्स से हरा दिया। इस चुनाव में उनके पास प्रचार के लिए ज्यादा सोर्स या फंड नहीं था। फिर भी उन्हें जनता का साथ मिला।
59
2015 में जब सरिता सिंह चुनाव के लिए प्रचार कर रही थीं, तब उनकी कार पर कुछ लोगों ने आयरन रॉड से हमला कर दिया था। इसके बाद मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी।
69
राजनीति से जुड़ने के बाद जब सरिता सिंह ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की, तब उनकी मुलाक़ात आप के वोलेंटियर अभिनव राय से हुई थी। इसके बाद दोनों में प्यार हुआ और दोनों ने अप्रैल 2016 में शादी कर ली।
79
इतना ही नहीं, एमएलए बनने के बाद जब सरिता सिंह ने बच्चे को जन्म दिया, उस समय अपने नवजात बेटे को सदन में लाकर वो काफी चर्चा में रही थीं।
89
दरअसल, दिल्ली असेंबली में मैटरनिटी लीव पॉलिसी नहीं होने के कारण सरिता अपने बच्चे को सदन में लेकर आती थीं।
99
उनके ससुराल वालों ने इसे बच्चे की ग्रोथ के लिए गलत बताकर उनका विरोध किया था लेकिन पति के सपोर्ट के कारण उन्होंने किसी की परवाह नहीं की।