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सहवाग के स्कूल में पढ़ रहे हैं पुलवामा हमले में शहीद जवानों के बच्चे, बरसी पर वीरू ने शेयर की फोटो
नई दिल्ली. साल भर पहले आज के ही दिन पुलवामा में आतंकियों ने कायराना हरकत की थी। इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। शहीद जवानों के बच्चों को वीरेन्द्र सहवाग स्कूल में दाखिला दिया गया और इटरनेशनल लेवल की सुविधाओं में पढ़ने का मौका मिल रहा है। टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने हमले के साल भर बाद जवानों को याद किया और यह भी बताया कि उनके बच्चे स्कूल में क्या कर रहे हैं। वीरू ने सभी बच्चों की फोटो भी शेयर की है। कोई क्रिकेट में अपना करियर बनाना चाहता है तो कोई पेंटिंग और कला के कामों में रुचि ले रहा है।
| Updated : Feb 14 2020, 07:36 PM
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सहवाग ने शहीद जवानों के बच्चों की फोटो शेयर करते हुए खुद को काफी गौरवान्वित महसूस किया। उन्होंने इस मौके पर सहीद जवानों को श्रद्धाजलि भी दी।
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बल्लेबाजी करता हुआ यह लड़का पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान राम वकील का बेटा है। इस बच्चे का नाम अर्पित सिंह है।
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गेंद के साथ अपना टैलेंट दिखाने को तैयार इस बच्चे का नाम राहुल सोरेंग है। यह शहीद विजय सोरेंग का बेटा है।
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शहीद जवानों के बच्चों को इंटरनेशनल लेवल की सुविधाओं वाले स्कूल में दाखिला मिलना काफी गर्व की बात है। ऐसी चीजें ही सभी के लिए एक उदाहरण बनती हैं।
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सहवाग का यह स्कूल दिल्ली के पास ही गुड़गांव-झज्जर रोड़ पर बना है।
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अर्पित सिंह के पिता राम वकील CRPF की 176 बटालियन में हवालदार के पद पर तैनात थे। साल भर बाद भी उनके शहीर स्मारक का निर्माण नहीं हो पाया है।
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राहुल सोरेंग के पिता विजय सोरेंग भी पुलवामा हमले में आतंकियों की कायराना हरकत का शिकार बने थे। उनके शहीद होने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनकी अर्थी को कंधा दिया था और अपनी एक महीने की सैलरी उनके परिवार को देने का वादा किया था, जो कि अब तक पूरा नहीं हुआ है।
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सहवाग के स्कूल में फुटबाल, क्रिकेट, बैडमिंटन सहित कई खेलों के लिए इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं मौजूद हैं।
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वीरू का यह स्कूल 23 एकड़ में फैला हुआ है। इस स्कूल की शुरुआत साल 2011 में हुई थी।
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बच्चों के अंदर की प्रतिभा को निखारने के लिए यहां इंटर हाउस मैच भी कराए जाते हैं। कई बार यह स्कूल हरियाणा के नंबर वन स्कूल का खिताब जीत चुका है।