- Home
- Sports
- Cricket
- आखिर क्यों खुद को जख्म देकर बॉडी बनाते है कई खिलाड़ी, जानें क्या होती है ये थेरेपी जिससे दूर होता है स्ट्रेस
आखिर क्यों खुद को जख्म देकर बॉडी बनाते है कई खिलाड़ी, जानें क्या होती है ये थेरेपी जिससे दूर होता है स्ट्रेस
स्पोर्ट्स डेस्क : दुनिया भर में कई एथलीट और खिलाड़ियों के शरीर पर आपने लाल रंग के चकत्ते बने हुए जरूर देखे होंगे? आप सोचते होंगे कि इनकी पीठ पर यह लाल रंग के गोल-गोल निशान हैं क्या? तो आपको बता दें कि यह वर्ल्ड फेमस कपिंग थेरेपी (Cupping therapy) है, जिसके जरिए शरीर से गंदा खून बाहर निकाला जाता है और इससे एथलीट्स को आराम मिलता है। साथ ही उनका स्ट्रेस लेवल भी कम होता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि यह कपिंग थेरेपी है क्या, इसका इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है और इसके फायदे क्या है...
- FB
- TW
- Linkdin
)
क्या होती है कपिंग थेरेपी
कपिंग थेरेपी एक प्राचीन चीनी चिकित्सा विकल्प है, जिसका उपयोग हजारों सालों से किया जा रहा है। इसमें शरीर पर कपों के जरिए वैक्यूम पैदा कर सक्शन किया जाता है, जिससे दर्द, सूजन, रक्त प्रवाह, आराम और खूबसूरती मिलती है।
कैसे होती है कपिंग थेरेपी
कपिंग थेरेपी कई तरह से होती है, जिसमें ड्राई कपिंग थेरेपी, वेट कपिंग थेरेपी और फायर कपिंग थेरेपी शामिल है। इसमें शीशे के कप के जरिए वैक्यूम पैदा की जाती है और इन कपों को बॉडी से चिपका दिया जाता है। 4 से 5 मिनट के अंदर इन कपों में गंदा खून जमा हो जाता है। फिर इसे निकाल कर फेंक दिया जाता है। जिस जगह कपिंग थेरेपी की जाती है वहां कुछ समय के लिए लाल चकत्ते जैसे निशान बन जाते हैं। लेकिन कुछ समय में वह अपने आप चले भी जाते हैं।
आखिर क्यों खिलाड़ियों की पसंद बनी कपिंग थेरेपी
कई एथलीट जो कपिंग थेरेपी चुनते हैं, वे अक्सर अपने खेल में भाग लेने से पहले और बाद में ऐसा करते हैं। क्योंकि इससे उन्हें आराम मिलता है और जिन जगह उन्हें दर्द है वो खेल से पहले उसे ठीक करना चाहते हैं। कपिंग शरीर के अंदर किसी भी विषाक्त पदार्थों के रासायनिक टूटने को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकता है, इसका मतलब है कि जिन एथलीटों को अपनी मांसपेशियों और ऊतकों को जल्दी से ठीक करने की आवश्यकता होती है, वे कपिंग थेरेपी लेते है।
कपिंग थेरेपी के फायदे
कपिंग शरीर के अंदर किसी भी सूजन को कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा एथलीट इससे अपने ब्लड फ्लो में सुधार की उम्मीद कर सकते हैं, जो बदले में उनके शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए फायदेमंद होता है। शरीर के जिस अंग पर कपिंग की जाती है उन जगह की मसल्स में काफी राहत भी मिलती है। इतना ही नहीं इससे शरीर का डिटोक्सीफिकेशन भी होता है। कपिंग थेरेपी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है और इससे स्ट्रेस लेवल भी कम होता है।
इस क्रिकेटर ने ली कपिंग थेरेपी
आईपीएल 2020 के दौरान भारतीय गेंदबाज मोहम्मद शमी ने रिलेक्सेशन के लिए दुबई में कपिंग थेरेपी का सहारा लिया था। जिसके बाद उनके शरीर पर कई महीनों तक इसके निशान बने हुए थे। हालांकि, उस सीजन उन्होंने आईपीएल के 14 मैचों में 20 विकेट अपने नाम किए थे।
यह भी पढ़ें: IPL 2022 CSK vs PBKS: चेन्नई के खिलाफ जमकर दहाड़ा पंजाब किंग्स का 'शेर' लियाम लिविंग्स्टन