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पैसेवाले रिश्तेदार होने के बावजूद पाई-पाई को मोहताज हुई 79 साल की हीरोइन, सुनाया अपना दुखड़ा
मुंबई. सुपरहिट फिल्म नदिया के पार में काम करने वाली एक्ट्रेस सविता बजाज (Savita Bajaj) लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रही है। 79 साल की सविता की जिंदगी इन दिनों काफी मुश्किल दौर से गुजर रही है। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही अपनी फाइनेंशियल कंडीशन का दर्द बयां किया था और कहा था कि इन हालातों में वे जीना नहीं चाहती है। बीते दिनों वे गंभीर बीमार होने की वजह से आईसीयू में भी भर्ती रही थी। जैसे-तैसे वे ठीक होकर घर आई। एक बार फिर उन्होंनें अपने बुरे दौर पर बात की है। सविता ने मीडिया से बात करते कहा कि उनके बुरे में कोई रिश्तेदार तक मदद करने नहीं आया इस बात उन्हें सबसे ज्यादा दुख है। नीचे पढ़े सविता बजाज ने और क्या-क्या कहा अपने बुरे दौर को लेकर और किन हालातों में वे गुजर-बसर कर रही हैं...
| Published : Aug 04 2021, 01:13 PM IST
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सविता बजाज को सांस की बीमारी है, लेकिन उनके पास इलाज तक के पैसे नहीं बचे हैं। सविता ने एक इंटरव्यू में कहा कि मेरी हालत बिलकुल भी ठीक नहीं है। मेरा यहां कोई नहीं है। मैंने पैसे तो बहुत कमाए थे, लेकिन सब इलाज में खर्च हो गए। मेरे पास बैंक में सिर्फ 35 हजार रुपए बचे थे और अब वो भी निकाल लिए हैं।
उन्होंने बातचीत के दौरान कहा- जब अपनों के पास खूब पैसा होता है तो वो बड़ी-बड़ी गाड़ियां खरीदता है, आलीशान घर में रहता है लेकिन अपने ही जरूरमंद रिश्तेदारों की मदद नहीं करता है। मौके पर कोई काम नहीं आता है, इसलिए इनके बारे में बात करना बेकार है। हालांकि, उन्होंने किसी रिश्तेदार का नाम नहीं बताया।
सविता ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफी पैसेवाले है। कई करीबी तो देश से लेकर विदेश तक खूब पैसा कमा रहे हैं, लेकिन मुसीबत के वक्त कोई भी सामने आकर खड़ा नहीं हुआ। यहीं वजह है कि वे काफी समय से मुंबई में अकेले ही किराए के घर में रहकर अपनी जिंदगी गुजार रही है।
बातचीत के दौरान सविता ने अपने पहले प्यार को भी याद किया। उन्होंने बताया- स्कूल के दिनों में मुझे एक लड़के से प्यार हो गया था। हम दोनों ही एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, लेकिन घरवालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं थी। मेरे परिवारवालों को उसकी दूसरी जाती का होने से प्रॉब्लम थी और उसकी माली हालत भी काफी खराब थी। वो मेरा पहला प्यार था। अगर घरवालों ने उसी से शादी की होती तो बहुत अच्छा होता।
सविता ने आगे कहा- मैंने हमेशा खुद कमाकर अपना खर्चा और जीवन चलाया है। जिंदगीभर पर दूसरों से मदद लेने से बचती रही। लेकिन अब मेरे हालात ही कुछ ऐसे बन गए कि मुझे इंडस्ट्री के लोगों से मदद लेनी पड़ी। सभी की शुक्रगुजार हूं।
सविता बजाज की मानें तो जब नूपुर अलंकार (को-एक्ट्रेस) मुझसे मिलने आईं तो उन्होंने कहा कि आप मीडिया को बताओ। इस पर मैं नाराज हो गई। उम्र की इस दहलीज पर मैं नहीं चाहती कि किसी के आगे हाथ फैलाऊं। लोग हालचाल तो पूछते है लेकिन पैसे की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया है।
बता दें कि नूपुर अलंकार सिंटा (सिने आर्टिस्ट असोसिएशन) की मेंबर हैं और उनकी तरफ से कुछ मदद दी गई है। वर्कफ्रंट की बात करें तो सविता ने फिल्म नदिया के पार, तर्पण, बेटा हो तो ऐसा, कृष्णा और चक्र जैसी फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा वो टीवी शो बेताल में भी नजर आ चुकी हैं।