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80 के दशक की एक्ट्रेस घर का सामान बेच कर रही गुजारा, पहले पति ने दिया धोखा, दूसरे की हुई कैंसर से मौत
मुंबई. 27 फरवरी, 1981 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म लव स्टोरी (film love story ) की रिलीज को 40 साल पूरे हो गए हैं। डायरेक्टर राहुल रवैल की इस फिल्म के प्रोड्यूसर गुजरे जमाने में जुबली हीरो के नाम से फेमस राजेंद्र कुमार थे। राजेंद्र कुमार ने अपने बेटे कुमार गौरव (kumar gaurav) को लॉन्च करने के लिए फिल्म बनाई थी और फिल्म ब्लॉबस्टर साबित हुई थी। इस फिल्म में विजेयता पंडित (vijata pandit) ने बतौर लीड एक्ट्रेस काम किया था और उनकी भी यह डेब्यू फिल्म थी। पहली फिल्म हिट साबित होने के बाद भी न तो कुमार गौरव और न ही विजेयता बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे। वैसे, आज की बात करें तो विजेयता के हालात अच्छे नहीं है। वे आर्थिक तंगी से गुजर रही है। इतना ही नहीं उन्हें अपने घर का सामान बेचकर गुजारा करना पड़ रहा है।
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कुछ ही फिल्मों में काम करने वाली विजेयता का करियर भी खास नहीं चला। उन्होंने लाइफ में दो शादियां की। पहले पति से उनकी ज्यादा दिनों नहीं बनी और दो साल में ही तलाक हो गया। वहीं, दूसरे पति की कैंसर से मौत हुई थी। बता दें कि विजेयता एक नामी संगीत घराने से तालुल्क रखती हैं।
80 के दशक में विजेयता बॉलीवुड की जानी मानी एक्ट्रेस हुआ करती थीं। उनके पिता का नाम प्रताप नरेन पंडित है, जो फेमस संगीतकार हुआ करते थे। पंडित जसराज, विजेयता के चाचा थे। वे सात भाई- बहन सुलक्षणा पंडित, ललित पंडित, संध्या पंडित, मनधीर पंडित, जतिन पंडित और माया पंडित हैं। इनके भाई जतिन-ललित बॉलीवुड के फेमस संगीतकार हैं।
एक्टर-डायरेक्टर राजेन्द्र कुमार 80 के दशक में अपने बेटे कुमार गौरव के बॉलीवुड में डेब्यू की तैयारी कर रहे थे और वह उनके साथ किसी नए चेहरे को लेना चाहते थे। फिर, विजेयता को कुमार गौरव के साथ कास्ट किया गया था।
फिल्म लव स्टोरी की शूटिंग के दौरान विजेयता और कुमार गौरव एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे और शादी करना चाहते थे। लेकिन कुमार गौरव के पिता राजेंद्र कुमार इस शादी के खिलाफ थे। दोनों ही परिवार के खिलाफ जाकर शादी नहीं करना चाहते थे इसलिए दोनों ने अपने रास्ते अलग कर लिए। 1984 में राजेंद्र कुमार ने बेटे की शादी सुनील दत्त की बेटी नम्रता से कर दी।
कुमार गौरव से ब्रेकअप के बाद विजेयता 4 साल तक घर में रही। इसके बाद 1985 में फिल्म 'मोहब्बत' और 'मिसाल' से कमबैक किया। हालांकि, कमबैक के बाद उनको फिल्मों में सफलता नहीं मिली। 1986 में फिल्म 'कार थीफ' में उनका पहली बार बोल्ड लुक देखने को मिला। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही।
फिल्म कार थीफ के डायरेक्टर समीर माकलन के साथ ही 1986 में उन्होंने शादी की। उनकी यह शादी ज्यादा समय तक नहीं चल सकी और आपसी मतभेद होने की वजह से 1988 में तलाक हो गया।
भाइयों के संगीत से जुड़े होने की वजह से मशहूर संगीतकार आदेश श्रीवास्तव का विजेयता के घर पर आना जाना होता था और वह ललित-जतिन के अच्छे दोस्त थे, इसलिए तलाक के बाद विजेयता ने 1990 में आदेश श्रीवास्तव से शादी की। दोनों के दो बेटे अनिवेश श्रीवास्तव और अवितेश श्रीवास्तव हैं।
विजेयता की जिंदगी परेशानियों में गुजार रही है। पति आदेश की मौत के बाद आर्थिक परेशानी झेल रही हैं। आदेश के बकाया पैसों के लिए काफी समय से इधर-उधर भटक रही है। आर्थिक तंगी से वो इस कदर घिर गई हैं कि उन्हें अपना घर का सामान तक बेचना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि विजेयता ने जीते है शान से, दीवाना तेरे नाम का, जलजला, प्यार का तूफान, मोहब्बत जैसी फिल्मों में काम किया। इतना ही उन्होंने कुछ फिल्मों में गाने भी गाए हैं।